बड़ी खबर: कांग्रेस सरकार में सत्ता की धमक दिखाने वाले कारोबारी के.के.श्रीवास्तव पर FIR दर्ज, कोरबा से भी है पुराना कनेक्शन

रायपुर 8 अगस्त 2024। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में राजनेताओं के काफी करीबी माने जाने वाले कारोबारी के.के.श्रीवास्तव की मुश्किले बढ़ गयी है। के.के.श्रीवास्तव पर स्मार्ट सिटी का काम दिलाने के एवज में 15 करोड़ रूपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। दिल्ली के कारोबारी ने आरोप लगाया है कि 15 करोड़ रूपये की ठगी करने के बाद अब पैसा वापस मांगने पर उन्हे जान से मारने की धमकी दी जा रही है। दिल्ली के कारोबारी की शिकायत पर रायपुर तेलीबांधा पुलिस ने कारोबारी के.के.श्रीवास्तव के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। आपको बता दे कि पूर्ववर्ती सरकार में के.के.श्रीवास्तव के राजनेताओं के साथ ऐसे गठजोड़ थे कि उनके सामने ब्यूरोक्रेटस भी सरेंडर मोड पर रहते थे। वहीं के.के.श्रीवास्तव के कोरबा जिला प्रशासन और यहां के उद्योगों से भी जुड़े कई किस्से है।

दरअसल पूरा मामला राजधानी रायपुर में स्मार्ट सिटी का ठेका दिलाने को लेकर है। दिल्ली के कारोबारी रावत एसोसिएट के मालिक अशोक रावत ने के.के.श्रीवास्तव के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज कराया है। उन्होने अपनी शिकायत में बताया है कि साल 2023 में कांग्रेस शासन के वक्त आचार्य प्रो. कृष्ण के माध्यम से उनकी मुलाकात केके श्रीवास्तव से हुई थी। इसके बाद केके श्रीवास्तव ने उन्हे रायपुर में बन रहे स्मार्ट सिटी के 500 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट एक राजनेता के भाई के द्वारा लिये जाने की जानकारी दी गयी। के.के.श्रीवास्तव ने बताया कि उस प्रोजेक्ट का सबलेट करना चाहते हैं, जिसके लिए सरकार को 15 करोड़ रुपए परफॉर्मेंस मनी सिक्योरिटी गारंटी के रूप में देना होगा। इसके बाद फर्जी दस्तावेज तैयार कर के.के. श्रीवास्तव ने स्मार्ट सिटी का पूरा काम कंपनी को दिलाने का झांसा देकर 7 अलग-अलग बैंक खातों में 15 करोड़ रुपए की राशि डलवा ली। पूरे रकम लेने के बाद भी रावत एसोसिएट को स्मार्ट सिटी का न कोई काम मिला न ही भविष्य में किसी जिम्मेदार अधिकारी या राजनेता से कोई मुलाकात हुई।

कोर्ट जाने व आवेदन से नहीं दूर होगी शिक्षकों की समस्याएं, बड़े आंदोलन की है जरूरत, जाकेश साहू ने किया सावधान

रावत एसोसिएट के मालिक अशोक रावत ने आरोप लगाया है कि आरोपी केके श्रीवास्तव पूरी रकम अपने खाते में आहरण करने के बाद लागातार उन्हे गोलमोल जवाब देता रहा। पीड़ित के लगातार दबाव बनाने के बाद के.के.श्रीवास्तव ने राज्य सरकार के साथ ग्लोमैक्स इंडिया के नाम पर फर्जी मैमोरेंडम तैयार कर व्हाट्सएप पर भेजा गया। इसके बाद कंपनी ने जांच में सरकार के मैमोरेंडम को फर्जी पाया। रावत एसोसिएट के मालिक अशोक रावत का आरोप है कि अब उनके द्वारा जब भी अपने 15 करोड़ रूपये की मांग की जाती है, तब केके श्रीवास्तव उन्हे और उनके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देता आ रहा है। इस पूरे मामले पर रावत एसोसिएट के मालिक अशोक रावत की शिकायत पर तेलीबांधा पुलिस ने आरोपी के.के.श्रीवास्तव के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 506, 120-बी के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जायेगा।

पूर्ववर्ती सरकार में कोरबा में के.के.श्रीवास्तव की खूब रही धमक

कांग्रेस सरकार के करीबी रहे कारोबारी के.के.श्रीवास्तव का नाम साल 2019 में एकाएक उद्योग घरानों में जमकर उछला। सत्ता की धमक ऐसी रही कि के.के.श्रीवास्तव जब कलेक्टर के दफ्तर में पहुंचते, तो उनकी आवभगत किसी मंत्री से कम नही की जाती, कलेक्टर से लेकर पुलिस अधिकारी तक सरेंडर मोड पर नजर आते थे। यहीं वो वक्त था, जब बालकों में राख परिवहन के काम पर जमकर मनमानी की गयी और पूरे शहर को राख से पाट दिया गया। लेकिन मजाल था कि इस मनमानी पर को चूं भी करता ! सारे जवाबदार अफसर आंख मूंदकर इस मनमानी को देखते रहे और जिले की जनता प्रदूषण की मार झेलती रही।

मेयर साहब का कारनामा...ड्रिप लगा कर फोटो खिंचवाई और बिना खून दिए ही चले गए...अब...

 

 

NW News