हेडलाइन

कूनो नेशनल पार्क में चीता ‘साशा’ की मौत…. PM मोदी ने ली थी पहली तस्वीर….कई दिनों से थी बीमार….

मध्य प्रदेश 27 मार्च 2023 देश में चीतों की आबादी को पुनर्जीवित करने की उम्मीदों को एक बड़ा झटका लगा है. मध्य प्रदेश के श्योपुर कुनो में सोमवार को एक चीते की मौत हो गई. नामीबिया (Namibia) से लाई गई मादा चीता कई दिनों से बीमार थी. साशा (Sasha) नाम की चीता की किडनी खराब होने से सोमवार सुबह मौत हुई है. अफ्रीका से चीतों के दो जत्थे भारत आए थे.
कुछ महीने पहले ही साशा को उल्टियां करते देखा गया था. उसके बाद से ही उसकी देखरेख की जा रही थी. इलाज के दौरान डॉक्टरों को पता चला था कि साशा की किडनी सही से काम नहीं कर रही है.

साशा की तबीयत को देखते हुए डॉक्टरों की एक विशेष टीम को बुलाया गया था जो लगातार साशा की सेहत पर नजर बनाए हुए थे. नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के एक्सपर्ट्स से भी इस मामले में बात की गई थी.

हालांकि, साशा की मौत की आधिकारिक तौर पर अभी तक पुष्टि नहीं की जा सकी है. संभावना जताई जा रही है कि कूनो नेशनल पार्क के अधिकारी उसकी मौत को लेकर जल्द ही कोई बयान जारी करेंगे.
कुनो में बसाए गए चीते

दरअसल, दक्षिण अफ्रीका और भारत ने अफ्रीकी देश से चीतों को लाने के लिए बीते साल एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया था. इसके बाद चीतों को मध्य प्रदेश के कुनो में बसाया गया था. दुनिया के ज्यादातर चीते दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया और बोत्सवाना में हैं. चीतों की सबसे ज्यादा आबादी नामीबिया में है. भारत में आखिरी चीता 1948 में छत्तीसगढ़ के कोरैया जिले के साल वन में मृत मिला था.

Back to top button