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विशालाक्षी कैरियर इंस्टीट्यूट यानि सफ़लता की गारंटी: NEET-UG (MBBS) की परीक्षा में नही मिली सफलता, तो ना हो निराश, आईए जानते हैं छात्रों जुबानी, उनकी सफलता की कहानी

रायपुर 9 मई 2024। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA की तरफ से साल में एक बार राष्ट्रीय स्तर पर MBBS में प्रवेश की परीक्षा NEET-UG आयोजित की जाती है। इस बार यह परीक्षा 5 मई 2024 को आयोजित हुई। करीब 25 लाख छात्रों ने इसमें भाग लिया। देश में MBBS की करीब 48000 सरकारी एवं 40000 प्राइवेट सीट है, तो स्वाभाविक हैं इसमें प्रतिस्पर्धा अधिक है।

यह बात सभी जानते है कि प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में फीस इतना अधिक रहता है कि सभी वर्ग के लिए यह संभव नहीं है। इस बार NEET UG की परीक्षा में जो छात्र सम्मिलित हुए और उन्हे सफलता नहीं मिल रहा है वे बिल्कुल भी निराश ना हो।

आईए जानते हैं ऐसे ही छात्रों की जुबानी उनके सफलता की कहानी

मंजीत सक्करवाल

मनजीत सक्करवाल जो की गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज जयपुर के MBBS के छात्र हैं वे बताते हैं कि मैं राजस्थान का ही रहने वाला हूं। जहा के कोटा में पूरे देश भर से प्रति वर्ष लाखों की संख्या में छात्र NEET की कोचिंग के लिए जाते है। मैं भी NEET की कोचिंग के लिए कोटा गया। काफी मेहनत किया लेकिन मुझे असफलता ही हाथ लगा। मुझे लगा की मैं इस परीक्षा में सफल नही हो पाऊंगा, मुझे दूसरा फील्ड में जाना पड़ेगा। लेकिन इस बीच मुझे विशालाक्षी कैरियर इंस्टीट्यूट VCI स्मृति नगर भिलाई छत्तीसगढ़ दिलीप सिंह ठाकुर मो न +91 62605 12063 के बारे में पता चला। दिलीप सर Allen कोचिंग कोटा में फिजिक्स के लोकप्रिय टीचर रहे है। कोटा के NEET के अनुभवी और सफल शिक्षको के ग्रुप के साथ अलग कोचिंग सेंटर की शुरुआत किए हैं। दिलीप सर का कोचिंग पहले दो वर्ष अस्थाई रूप से कोटा में ही चला,पिछले वर्ष से छत्तीसगढ़ में स्थाई रूप से संचालित है। मैंने छत्तीसगढ़ में जाकर VCI में भर्ती लेकर NEET की पढ़ाई प्रारंभ किया। जहां प्रतिदिन 24 घंटे के निश्चित टाइम टेबल के साथ पढ़ाई कराई जाती थी। तनाव को दूर करने के लिए प्रति दिवस सुदर्शन क्रिया कराया जाता है जो बहुत लाभप्रद है। दिन के 24 घंटे में छात्र को कब क्या करना है यह टीचर ही तय करते हैं और उसी के अनुसार पढ़ाई होता है। छात्र की कमजोरी का चिन्हांकन और टीचर के ग्रुप के द्वारा उसे दूर करने का तरीका इस कोचिंग सेंटर का लाजवाब कार्य है जो इसे दूसरो से अलग बनाता है। 10 से 12 घंटे की पढ़ाई, बेहतरीन टेस्ट सीरीज, परीक्षा देने का तरीका, इन सब के बारे में बारीकी से बताया जाता है। VCI से जुड़ने का मेरा सुखद परिणाम रहा और राजस्थान जैसा राज्य में जहां अन्य राज्य से कटऑफ अधिक जाता हैं वहा के बेस्ट शासकीय मेडिकल कॉलेज जयपुर में MBBS मुझे प्रवेश मिला। मेरे सफलता का पूरा श्रेय विशालाक्षी कैरियर इंस्टिट्यूट VCI, वहां के दिलीप सिंह सर को जाता है जिसके कारण आज मैंने अपना और अपने परिवार का डॉक्टर बनने का सपना को पूरा कर पाया।

साक्षी सिंह

साक्षी सिंह जो की गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज रतलाम मध्यप्रदेश में एमबीबीएस के द्वितीय वर्ष की छात्रा है। वह बताती है कि डॉक्टर बनने के लिए नीट की कोचिंग के लिए मैं कोटा गई। जहां एक वर्ष तक अच्छे से मेहनत की, जब परीक्षा परिणाम आया तो सलेक्शन नही हुआ। मैं एक तरह से निराश होकर बैठ गई, तब मुझे विशालाक्षी कैरियर इंस्टिट्यूट VCI दिलीप सिंह सर के NEET कोचिंग के बारे में पता चला। जहां सीमित संख्या में ही छात्रों को भर्ती लिया जाता हैं। वहां दूसरे वर्ष की पढ़ाई के लिए मैने ज्वाइन किया। वहा की पढ़ाई का तरीका ही अलग था। एक योजनाबद्ध रूप से 10 से 12 घंटे की पढ़ाई, जहां कमजोरी है, उसको चिन्हांकित करके उसको दूर करने के लिए स्पेशल क्लास, खासकर परीक्षा की तैयारी का तरीका कि किस तरह से हमें परीक्षा देना है। बेहतरीन टेस्ट सीरीज जो निखार लाकर मन में विश्वास पैदा करता है। श्री दिलीप सर जो की लगातार छात्रों के साथ लगकर तैयारी करवाते हैं। मैं अपने आप को लक्की ही कहूंगी कि मुझे विशालाक्षी के पढ़ाई से ही सफलता प्राप्त हुई और आज मैं एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हूं और मेरा डॉक्टर बनने का सपना पूरा होने जा रहा।

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