6 हर्बल गुरुजी पर बर्खास्तगी की तलवार, DEO ने DPI, जेडी व कलेक्टर को भेजा प्रस्ताव, DEO बोले, मैंने फाइल पुटअप कर दी….

Teacher News: नेटवर्क मार्केटिंग में लगे शिक्षकों पर बड़ी कार्रवाई होने वाली है। शिक्षा विभाग के सख्त तेवर के बीच जिलों से रिपोर्ट उच्च कार्यालय को भेजा जाने लगा है। इसकी शुरुआत सारंगढ़ से हो चुकी है, जहां 6 शिक्षकों पर कभी भी बर्खास्तगी की गाज गिर सकती है। nwnews24.com को जिला शिक्षा अधिकारी एलपी पटेल ने बताया कि सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले से एक ब्लाक से लिस्ट तैयार हुई है।

बरमकेला ब्लाक से 6 शिक्षकों की लिस्ट आयी है, जो अलग-अलग कंपनियों के साथ जुड़कर नेटवर्क मार्केटिंग का काम कर रहे हैं। सालों से ये तमाम शिक्षक अलग-अलग कंपनियों से जुड़कर काम कर रहें हैं। जाहिर है विभाग की आंख मं धूल झोंककर इन शिक्षकों ने कई बार कंपनियों के सेमिनार में भी हिस्सा लिया है और कई बार टूर पर भी गये हैं। हालांकि डीईओ ने कहा है कि सभी मामले की जांच हो रही है।

इन शिक्षकों की लिस्ट भेजी गयी

  • सुरेंद्र साहू      व्याख्याता          उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोबरसिंहा            2021 से
  • उत्तम कुमार साहू  व्याख्याता         उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लेंध्रा                2023 से
  • रघुराम पैकरा     व्याख्याता         उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैगीनडीह            2022 से
  • सनत डनसेना     शिक्षक           माध्यमिक शाला पिहरा                                  2022 से
  • महादेव सिंह       सहायक शिक्षक    प्राथमिक शाला दानीघाटी                       2024 से
  • आत्माराम चौहान   प्रधान पाठक      प्राथमिक शाला बेंद्रापारा                        2023 से

कार्रवाई के लिए भेजा गया प्रस्ताव

डीईओ एलपी पटेल ने बताया कि सुरेंद्र साहू, उत्तम कुमार साहू और रघुराम पैकरा व्याख्याता है, लिहाजा तीनों पर कार्रवाई का प्रस्ताव डीपीआई को भेज दिया गया है। वहीं शिक्षक सनत डनसेना पर कार्रवाई के लिए जेडी बिलासपुर को भेजा गया है। वहीं सहायक शिक्षक महादेव सिंह भूमिजन और आत्माराम चौहान प्रधान पाठक पर कार्रवाई खुद जिला शिक्षा अधिकारी की तरफ से होगा। डीईओ ने बताया कि जिला स्तर पर जिन दो शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई होनी है, उसका प्रस्ताव भी तैयार कर लिया गया है। फाइल कलेक्टर को पुटअप कर दिया गया है। कलेक्टर के निर्देश पर जो भी कार्रवाई होगी, को किया जायेगा। डीईओ ने बताया कि अगर कलेक्टर की तरफ से सेवा समाप्ति का फैसला होता है, बर्खास्तगी का आदेश जारी किया जायेगा। हमने अपने स्तर से कार्रवाई की फाईल भेज दी है।

क्यों नहीं होती है कार्रवाई

हैरानी होती है ये जानकार कि शिक्षकों के बीच नेटवर्किंग मार्केटिंग का इतना बड़ा रैकेट संचालित हो रहा है, लेकिन अधिकारियों को भनक तक नहीं है। लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं है, जानकार बताते हैं कि अधिकारियों के लेकर बाबू तक को सेट कर लिया जाता है। जिसकी वजह से ना तो इनकी सैलरी रूकती है और ना ही कार्रवाई होती है।

कार्रवाई भी खानापूर्ति

दरअसल मार्केटिंग बिजनेस में शामिल शिक्षकों की जानकारी डीईओ ने प्रधान पाठक से तलब करायी है। लेकिन जानकार बताते हैंकि खुद कई प्रधान पाठक ही इस नेटवर्क मार्केटिंग का हिस्सा हैं, ऐसे में जब प्रधान पाठक से ही सूची मांगी जा रही है, तो कोई प्रधान पाठक खुद का या अपने करीबी शिक्षक का नाम क्यों देगा। जाहिर है अगर निष्पक्षता से जांच हो तो प्रदेश में ऐसे नेटवर्क मार्किंटिंग का पार्ट शिक्षकों की संख्या सैंकड़ों में होगी।

कमाई है लाखों में

बरमकेला से सिर्फ 6 शिक्षकों के नाम आये हैं, जबकि दावा है कि जिले में 100 से ज्यादा शिक्षक इस काम में लगे हैं। हर्बल प्रोडक्ट के नेटवर्क मार्केटिंग में  ही काम कर रहे एक टीम लीडर ने बताया कि जब भी सेमिनार होता है तो 60 से 70 फीसदी भीड़ शिक्षकों की ही होती है। ये पूछे जाने पर, कि कमीशन कितना बनता है, तो बताया गया कि प्वाइंट बनता है। कमीशन इतना होता है, जो उनकी सरकारी नौकरी के वेतन से कई गुणा ज्यादा है। 1 लाख तक की कमाई वाले लोगों की संख्या प्रदेश में हजारों में होगी, हालांकि वो सभी शिक्षक नहीं होते। 1 लाख से 10 लाख तक की कमाई वाले एजेंट की संख्या 300 से 500 की होगी, जबकि कुछ लोग 10 लाख से ज्यादा भी कमीशन ले रहे हैं।

 

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