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छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों के लिए जल्द लागू हो सकता है कैशलेस बीमा, संगठन के प्रतिनिधिमंडल की स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात, मंगलवार को फिर से होगी चर्चा

रायपुर 8 जून 2024। आचार संहिता खत्म होते ही कैशलेश बीमा को लेकर कर्मचारी संगठन फिर लामबंद हो गये हैं। कैशलेश बीमा को लेकर मुखर छत्तीसगढ़ कैशलेश चिकित्सा सेवा कर्मचारी कल्याण संघ के प्रदेश प्रतिनिधि एवं संभाग प्रतिनिधियों ने एक बार फिर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से मुलाकात की। इस दौरान छत्तीसगढ़ के समस्त कर्मचारी एवं उनके परिवार साथ ही पेंशनधारी कर्मचारियों के लिए मेडिकल कैशलेस जल्द से जल्द बहाल करने की मांग की गयी। संगठन की प्रदेश अध्यक्ष उषा चंद्राकर एवं प्रदेश संरक्षक राकेश सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से कैशलेस बीमा को लेकर विस्तार से चर्चा की।

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आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के आचार संहिता पूर्व इसी संगठन ने स्वास्थ्य मंत्री से कैशलेस को लेकर मुलाकात की थी। जहां उन्हें आश्वासन दिया गया था कि, लोकसभा चुनाव के पश्चात जल्द ही कर्मचारी हित में मेडिकल कैशलेस की बहाली की घोषणा की जाएगी। इसी तारीख में संगठन ने सजग होकर अपनी मांगों को पुनः एक बार स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर बात रखी। जो कि पूर्व में मेडिकल कैशलेस के लाभ से मंत्री को अवगत कराया गया था, जिसके बाद संगठन ने आशुतोष पांडे से भी मुलाकात की। संगठन की ओर से बताया गया कि यदि छत्तीसगढ़ शासन कर्मचारी एवं उनके परिवार तथा पेंशनरों के लिए मेडिकल कैशलेस बहाली करती है तो सरकार के ऊपर किसी भी प्रकार का अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा, बल्कि छत्तीसगढ़ शासन को आर्थिक लाभ होगा।

प्रदेश अध्यक्ष उषा चंद्राकर ने यह भी कहा कि आज स्वास्थ्य ऐसी समस्या है जिसमें शारीरिक रूप के साथ-साथ मानसिक एवं आर्थिक रूप से मरीज और उसके परिवार पीड़ित होते हैं एवं सरकार के द्वारा जो प्रतिपूर्ति दी भी जाती है। लेकिन, इसकी प्रक्रिया इतनी जटिल है कि आज कई सालों से कुछ कर्मचारियों की प्रतिपूर्ति की फाइल अटकी हुई रह जाती है। यही नहीं कई बार तो प्राइवेट हॉस्पिटलों में जिस प्रकार आर्थिक व्यय होता है शासन की प्रति पूर्ति में उसका आधा राशि भी प्राप्त नहीं होता। राकेश सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कर्मचारी एवं पेंशनरों के लिए मेडिकल कैशलेस बहाल की जाये। ये सुविधा पहले से ही भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारी एवं सीसीएल कोल माइंस के कर्मचारियों को दी जाती रही है।

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संघ की तरफ से कहा गया कि मानव शरीर में होने वाली प्रत्येक बीमारी का इलाज मेडिकल कैशलेस के माध्यम से किया जाना चाहिए, प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया गया है कि बहुत जल्द आपकी इस योजना को छत्तीसगढ़ की धरातल पर लागू किया जाएगा। साथ ही उन्होंने आगामी रूप से संगठन को बधाई भी दी। इस मामले में चर्चा के लिए मंगलवार को भी संगठन के प्रतिनिधियों को बुलाया गया है। सकारात्मक बातचीत के बाद उम्मीद जगी है कि छत्तीसगढ़ में बहुत जल्द कर्मचारियों के लिए मेडिकल कैशलेस बहाली की घोषणा हो सकती है।

संगठन ने मंत्री को किया संगोष्ठी के लिए आमंत्रित

इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को आमंत्रित करते हुए संगठन ने जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही में उनकी एक संगोष्ठी करने का निवेदन भी किया।  उक्त कार्यक्रम में संभागीय सचिव समीर टंडन रवि शंकर सिंह दुर्ग जिला संयोजक एवं समस्त प्रदेश पदाधिकारी उपस्थित थे। साथ ही आपको बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष उषा चंद्राकर एवं प्रदेश पदाधिकारी ने यह निर्णय भी किया है कि आगामी आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिलों में प्रदेश स्तरीय संगोष्ठी की जायेगी। उक्त जानकारी बिलासपुर संभाग अध्यक्ष दिनेश राठौर एवं जिला अध्यक्ष जीपीएम ओम प्रकाश सोनवानी ने दी

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