प्रथम सेवा गणना कर पेंशन का मामला हाईकोर्ट पहुंचा, कोर्ट ने मांगा सचिव व अधिकारियों से जवाब

रायपुर 10 अगस्त 2024। प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना कर पेंशन की मांग का मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। सेवानिवृत शिक्षक की याचिका पर हाईकोर्ट ने शिक्षा सचिव, निगम कमिश्नर, रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी और पेंशन विभाग से जवाब मांगा है। दरअसल शिक्षाकर्मी से संविलियन पाकर तारेंद्र सिंह चौहान शिक्षक बने थे। 30 जून 2022 को तारेंद्र रिटायर हो गये। पुरानी पेंशन योजना के नियम के मुताबिक पेंशन क निर्धारण कर दिया गया।

जिसे रिटायर शिक्षक तारेंद्र सिंह चौहान ने कोर्ट में चुनौती दी। याचिकाकर्ता ने कहा कि उन्होंने 2005 में शिक्षाकर्मी वर्ग 3 के पद पर ज्वाइन किया था, इसलिए प्रथम सेवा गणना के आधार पर पेंशन का भुगतान किया जाये। इस मामले में कोर्ट ने जवाब मांगा है। याचिकाकर्ता के मुताबिक उनकी सेवा गणना जुलाई 2018 से लेकर 30 जून 2022 तक की हुई है, जबकि उनकी सेवा को 2005 से माना जाना चाहिये। इस मामले में हाईकोर्ट ने स्कूल शिक्षा सचिव एवं आयुक्त नगर निगम रायपुर तथा जिला शिक्षा अधिकारी रायपुर अन्य प्रतिवादी पेंशन विभाग रायपुर से तीन सप्ताह के अंदर जवाब मांगा है।

क्या है पूरा मामला

तारेंन्द्र सिंह चौहान सेवा निवृत्त सहायक शिक्षक एलबी रायपुर की नियुक्ति 4 अगस्त 2005 को शिक्षाकर्मी वर्ग 03 के पद पर रायपुर नगर निगम में हुई थी। 13 वर्ष सेवा के बाद नियमित किया गया था।  1 जुलाई 2018 को शासन के निर्देशानुसार सहायक शिक्षक (एल० बी) के पद पर संविलियन किया गया।  सहायक शिक्षक (एल. बी) के पद पर रहते हुए दिनांक 30 जून 2022 को 62 वर्ष पूर्ण करने के बाद शासकीय सेवा से सेवानिवृत किया गया, लेकिन तारेन्द्र सिंह चौहान को प्रथम नियुक्ति से सेवा अवधि न मानते हुए बल्कि संविलियन दिनांक 01/07/2018 से 30/06/2022 तक की ही सेवा अवधि मानी गयी।

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शासन की तरफ से सिर्फ 4 वर्ष का पेशन एवं गेच्यूटी का लाभ दिया जा रहा था। याचिकाकर्ता ने अपनी प्रथम नियुक्ति दिनांक 4 अगस्त 2005 की सेवा अवधि की गणना कर लाभ शासन एवं पेंशन विभाग से मांगी थी। लेकिन, पेंशन विभाग ने इस संदर्भ में किसी तरह का लाभ नहीं दिया गया। जिसके बाद सेवानिवृत शिक्षक ने अधिवक्ता नसीमुद्दीन अंसारी के माध्यम से याचिका उच्च न्यायालय में दायर की।  याचिका की सुनवाई करते हुए समस्त प्रतिवादी से तीन सप्ताह के भीतर जवाब कोर्ट ने मांगा है।

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