रायपुर 23 अगस्त 2024। …वो मुहावरा सुना है क्या आपने? “जबरा मारे रोने न दे” इस मुहावरे का सीधा सा अर्थ ये होता है कि ताकतवर का अत्याचार चुपचाप सहना पड़ता है। युक्तियुक्तकरण को लेकर ठीक ऐसा ही हो रहा है। युक्तियुक्तकरण को लेकर पहले दायर कैविएट और अब युक्तियुक्तकरण के लिए शिक्षकों की ही नियुक्ति..। कुल मिलाकर जिस आदेश का विरोध प्रदेश भर के शिक्षक कर रहे हैं, उसी आदेश को क्रियान्वित करने की जिम्मेदारी शिक्षक को दी जा रही है। मतलब साफ है कि ऐसे आदेश से शिक्षकों का दुश्मन शिक्षक की ही बनना तय है।
दरअसल दुर्ग जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद कुमार मिश्रा का एक आदेश सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। 21 अगस्त को जारी इस आदेश के मुताबिक शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला आलबरस विकासखंड दुर्ग के शिक्षक एलबी संजय कुमार चंद्राकर की ड्यूटी युक्तियुक्तकरण के कार्य के लिए लगायी गयी है। बीईओ दुर्ग के प्रस्ताव पर संजय कुमार चंद्राकर को युक्तियुक्तकरण के कार्य के लिए पदेन दायित्व के साथ-साथ ABEO कार्यालय दुर्ग के रिक्त पदों पर अस्थायी रूप से काम करने के लिए आदेशित किया गया है।
ये आदेश शिक्षकों के आपसी वैमन्स्यता को बढ़ा सकता है। दरअसल पूरे प्रदेश में युक्तियुक्तकरण को लेकर विरोध चल रहा है। शिक्षक संगठन आंदोलन पर उतारू हैं, तो वहीं जगह-जगह ज्ञापन और प्रदर्शन का दौर चल रहा है। ऐसे में शिक्षक ही जिस आदेश का विरोध कर रहे हैं, उसी आदेश को अमलीजामा पहनाने की जिम्मेदारी शिक्षक को दिया जाना, आपसी फूट का बड़ा आधार बन सकता है। हालांकि खबर है कि ऐसे ही अन्य शिक्षकों की भी ड्यूटी लगायी गयी है।