रायपुर 11 सितंबर 2024। शिक्षकों ने बडे़ आंदोलन का ऐलान कर दिया है। शिक्षक मोर्चा की बड़ी बैठक आयोजित की गयी, जिसमें शिक्षकों के चार प्रमुख संगठन के प्रांतीय अध्यक्ष मौजूद रहे। बैठक में प्रथम नियुक्ति तिथि से समस्थ लाभ देने और देय तिथि से महंगाई भत्ता व एरियर्स देने की मांग को लेकर आंदोलन की रणनीति तैयार की गयी। आज शाम हुई शिक्षक मोर्चा की बैठक में सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय अध्यक्ष मनीष मिश्रा, टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय शर्मा, शालेय शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विरेंद्र दुबे और नवीन शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विकास राजपूत मौजूद थे।
बैठक के बाद मनीष मिश्रा, संजय शर्मा, विरेंद्र दुबे और विकास राजपूत ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि आज की बैठक में पूर्ण सेवा गणना मिशन की शुरुआत करने का फैसला लिया गया है। बैठक में प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना कर समस्त लाभ लेने और देय तिथि से लंबित महंगाई भत्ता व एरियर्स को लेकर लंबी चर्चा हुई है। इसके लिए ढाई महीने के आंदोलन की रणनीति तैयार की गयी है, जिसमें सत्याग्रह से लेकर ज्ञापन सौंपने व राजधानी में मार्च करने तक की रणनीति तैयार हुई है।बैठक में मोर्चा के प्रदेश संयोजक ने कहा कि यह समय शिक्षकों की एकजुटता का है, शिक्षक मोर्चा प्रदेश भर के शिक्षक संघ एवं शिक्षकों से अपील करता है कि वह अपने पूर्व सेवा गणना के लिए आगे आए और – पूर्व सेवा गणना मिशन – अभियान से जुड़कर अपने प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा का लाभ प्राप्त करने संघर्ष करें।
संघर्ष मोर्चा की 2 सूत्री मांग को लेकर बनी रणनीति
संघर्ष मोर्चा ने बैठक में तय किया है कि अगरे ढाई महीने प्रदेश भर के शिक्षक दो सूत्री मांगों को लेकर सड़कों पर उतरेंगे। जो दो मांग रखी गयी है, उसमें
- प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना ( इस मांग के पूरा होते ही वेतन विसंगति, क्रमोन्नति, पुरानी पेंशन, पदोन्नति जैसी तमाम मांगें पूरी हो जायेगी)
- देय तिथि से महंगाई भत्ता और एरियर्स की मांग
क्या है शिक्षक मोर्चा की रणनीति
- शिक्षक मोर्चा की बैठक में आगामी ढाई महीने के आंदोलन की रणनीति तैयार कर ली गयी है। इसकी शुरुआत इसी महीने के 21 सितंबर से होगी। शिक्षक मोर्चा के पदाधिकारी प्रदेश भर में 21 और 22 सितंबर को तमाम शिक्षकों के साथ मिलकर बैठक करेंगे। उन्हें मांगों से अवगत करायेंगे और उनसे समन्वय और सहयोग की अपील करेंगे।
- वहीं 2 अक्टूबर को शिक्षकों का बड़ा आंदोलन राजधानी रायपुर में होगा। इस दौरान प्रदेश भर के शिक्षक राजधानी में सत्याग्रह करेंगे। इस दौरान प्रदेश भर के शिक्षक गांधी टोपी लगाकर रायपुर के जयस्तंभ चौक से लेकर गांधी मैदान तक शांति यात्रा निकालेंगे। इस दौरान पूर्ण सेवा गणना और महंगाई भत्ता की मांग पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया जायेगा।
- 14 अक्टूबर को आंदोलन को फिर से जिला मुख्यालय पर केंद्रित किया जायेगा। इस दौरान प्रत्येक जिला मुख्यालय में कलेक्टर और डीईओ को ज्ञापन सौंपा जायेगा और सरकार तक शिक्षकों की मांगों को पहुंचाने की कोशिश की जायेगी।
- 1 नवंबर को प्रदेश भर के शिक्षक फिर से लामबंद होंगे। इस दौरान दो सूत्री मांगों को लेकर 1 नववंबर को पूर्ण सेवा गणना दीप जलाया जायेगा। साथ ही मीडिया और अन्य सोशल मीडिया के माध्यम के शिक्षकों तक मांगों को पहुंचाया जायेगा।
- 11 नवंबर को ब्लाक मुख्यालय पर मुख्यमंत्री, डीईओ, बीईओ के नाम ज्ञापन सौंपा जायेगा।
- 12 नवंबर से 24 नवंबर तक मांगों को लेकर सांसद, विधायक, नगरीय जनप्रतिनिधि, सरपंच को ज्ञापन सौंपा जायेगा।
- 25 नवंबर को शिक्षक मोर्चा के आह्वान पर राजधानी रायपुर में बड़ा प्रदर्शन होगा। इस दौरान इंद्रावती से मंत्रालय तक रैली निकाली जायेगी और मंत्रालय में जाकर शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जायेगा।