राष्ट्रीय ऊर्जा सम्मेलन में क्रेडा सीईओ ने की शिरकत, छत्तीसगढ़ के एनर्जी ट्रांजिशन का बताया प्लान

रायपुर 22 फरवरी 2025। रायपुर में ऊर्जा विभाग के सहयोग से अपेक न्यूज नेटवर्क द्वारा तृतीय राष्ट्रीय सतत ऊर्जा सम्मेलन (3rd National Sustainable Energy Conclave) का आयोजन किया गया। ऊर्जा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ राज्य को बेहतर तथा अग्रेणी बनाने हेतु एनर्जी ट्रांजिशन, विद्युत उत्पादन, पारेशण एवं वितरण के स्मार्ट तकनीक, ऊर्जा के क्षेत्र में अपनाए जा रहे बेहतरीन उपायों, निवेश, चुनौतियां एवं अवसर के बारे में चर्चा की गई।

कार्यक्रम की शुरुआत संजीव कुमार कटियार, प्रबंध निदेशक, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कपनी लिमिटेड के स्वागत सबोधन से किया गया।  सुबोध सिंह प्रमुख सचिव  मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मुख्य वक्त के रूप में कार्यक्रम में भाग लिया गया। इस कार्यक्रम में क्रडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश सिंह राणा द्वारा राज्य की एनर्जी ट्रांजिशन की कार्य योजना की जानकारी दी गई।

प्रधानमंत्री द्वारा पहल की गई पंचामृत योजना अतर्गत वर्ष 2030 तक राज्य में 757 गीगावॉट एवं देश में 500 गीगावॉट का लक्ष्य अक्षय ऊर्जा क्षमता को हासिल करने की दिशा में एनर्जी ट्रांजिशन के लिए रखा गया है एवं 2070 तक नेट जीरो के महत्व के बारे में श्री राणा ने चर्चा की। उनके द्वारा सौर ऊर्जा की एनजी द्वाजिशत की दिशा में एक मुख्य कारक बताया।

इसके अतिरिक्त श्री राणा ने राज्य में सचालित की जाने वाली सौर उर्जा की योजनाएं जैसे समस्त शासकीय भवनों एवं व्यावसायिक भवनों प्रधान मंत्री आवासों का सोलर ऊर्जा की स्थापना, पूर्व से संचालित कृषि पंपों को सौर ऊर्जा से संचालन, सौर सामुदायिक सिचाई योजना, इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सौर ऊर्जा द्वारा संचालित बार्निंग स्टेशन, प्रधान मंत्री मॉडल विलेज योजना का क्रियान्वयन सहित सोलर रूफ टॉप के बारे में जानकारी दी।

वहीं राजेश राणा ने राज्य में ऊर्जा के क्षेत्र में रोजगार के अवसरों के साथ-साथ राज्य की शानदार औद्योगिक नीतियों को एनर्जी ट्रांजीशन के लक्ष्य पूरा किए जा सकने के बारे में भी जानकारी दी। कार्यक्रम में श्री भीम सिंह कवर प्रबंध निदेशक (सीएसपीडीसीएल) एस.पी शुक्ला सचिव (सीएसआरसी), राजेश कुमार शुक्ला, प्रक्रा (सीएसपीटीसी एल.) तथा अन्य राज्यों के प्रतिनिधि मंडल के साथ ऊर्जा क्षेत्र के अग्रणी निजी कंपनियों के प्रतिनिधियों के द्वारा कार्यशाला में प्रस्तुतीकरण दिया गया।

Related Articles