Amitabh Bachchan : जब अमिताभ की फिल्म ‘शक्ति’ के प्रोड्यूसर का दिनदहाड़े हुआ अपहरण, खुद दिलीप कुमार पहुंचे थे थाने

Amitabh Bachchan :  साल 1982 बॉलीवुड के लिए सिर्फ सुपरहिट फिल्म ‘शक्ति’ के कारण यादगार नहीं है, बल्कि एक ऐसी सनसनीखेज वारदात के लिए भी मशहूर है, जिसने पूरी फिल्म इंडस्ट्री को हिला कर रख दिया था। यह वही साल था जब सदी के महानायक अमिताभ बच्चन और ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार पहली और आखिरी बार एक साथ बड़े पर्दे पर नजर आए थे। लेकिन इसी फिल्म के प्रोड्यूसर मुशीर आलम को दिनदहाड़े मुंबई की सड़क से अगवा कर लिया गया — और यह घटना किसी फिल्मी सीन से कम नहीं थी।

अपहरण की कहानी, जैसे किसी थ्रिलर फिल्म की पटकथा

डायरेक्टर रमेश सिप्पी की फिल्म ‘शक्ति’ के निर्माता मुशीर आलम उस दौर के सबसे चर्चित प्रोड्यूसर्स में गिने जाते थे। उनका प्रोडक्शन हाउस ‘मुशीर-रियाज’ हिट फिल्मों की गारंटी था। लेकिन एक दिन, जब वे रोज की तरह ऑफिस जा रहे थे, तभी अचानक एक सफेद एम्बेसडर कार उनके पास आकर रुकी। चार हथियारबंद लोग बाहर निकले और दिनदहाड़े उन्हें उठाकर गाड़ी में डाल लिया। आंखों पर पट्टी बांधी गई और गाड़ी कहीं अनजानी दिशा में दौड़ पड़ी।

आंखों पर पट्टी, फिर भी याद रहे सुराग

मुशीर आलम ने हार नहीं मानी। आंखों पर पट्टी होने के बावजूद उन्होंने रास्ते के संकेतों को पहचानने की कोशिश की। उन्होंने एक जगह ‘शोले’ फिल्म का पोस्टर देखा, लकड़ी की सीढ़ियों पर चढ़ने की आवाज सुनी और बच्चों की आवाज में कुरान की आयतें पढ़ी जाती सुनीं। यही सुराग आगे चलकर पुलिस जांच में बेहद काम आए।

फिरौती मांगी गई थी 20 लाख रुपए

किडनैपर्स ने 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी। यह रकम उस दौर में बहुत बड़ी मानी जाती थी। फिल्म इंडस्ट्री में खलबली मच गई। सबसे चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब अभिनेता दिलीप कुमार खुद पुलिस स्टेशन पहुंचे और जांच की जानकारी ली। ये पहली बार था जब किसी फिल्म से जुड़े अपहरण मामले में इतनी गंभीरता से पुलिस और फिल्मी सितारे एकसाथ एक्टिव हुए थे।

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