हेल्थ / लाइफस्टाइल

मसालेदार खाना खाने के शौकीन रहें सावधान, ज्यादा तीखा शरीर के लिए जहर से कम नहीं

भारतीय खानपान में मसाले का एक अलग ही स्थान है.मिर्च का तीखापन खाने के लुत्फ को कई गुना तक बढ़ा देती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जरूरत से ज्यादा तीखा खाने से एक्यूट पॉइजनिंग भी हो सकती है? जी हां, सुनने में भले ही अजीब लगे, पर यह सच है. इसी वजह से डेनमार्क कंपनी सैमयांग द्वारा बनायी जाने वाली कई लोकप्रिय कोरियाई इंस्टेंट रेमन नूडल्स को बैन कर दिया गया है.

मसालेदार खाना खाने के शौकीन रहें सावधान, ज्यादा तीखा शरीर के लिए जहर से कम नहीं

दरअसल, मिर्च में पाया जाने वाला कैप्साइसिन नामक तत्व ही हमें तीखापन का एहसास कराता है. यह तत्व जितना ज्यादा मात्रा में होता है, मिर्च उतनी ही ज्यादा तीखी होती है. वहीं, यही कैप्साइसिन शरीर को नुकसान पहुंचाने का काम भी करती है. ऐसे में यदि आप बहुत अधिक तीखा खाते हैं तो शरीर में दिखने वाले इन लक्षणों को नजरअंदाज ना करें.

एक्यूट पॉइजनिंग के लक्षण

सांस लेने में तकलीफ
तेज बुखार
बेहोशी
दौरे

ज्यादा तीखा खाने के नुकसान

अगर आप बहुत ज्यादा तीखा खा लेते हैं, तो कैप्साइसिन पाचन तंत्र को परेशान कर सकता है. इससे पेट में जलन, उल्टी, और दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं, आमतौर पर ये समस्याएं कुछ देर में ठीक हो जाती हैं, लेकिन कुछ मामलों में ये गंभीर रूप भी ले सकती हैं.

मसालेदार खाना खाने के शौकीन रहें सावधान, ज्यादा तीखा शरीर के लिए जहर से कम नहीं

इन लोगों को नहीं खाना चाहिए ज्यादा तीखा

बच्चों, बुजुर्गों, और जिन लोगों को पहले से ही पेट की समस्या है, उनके लिए ज्यादा तीखा खाना खासतौर पर खतरनाक हो सकता है. साथ ही, जो कैप्साइसिन के प्रति बहुत ज्यादा संवेदनशील होते हैं, उन्हें भी एक्यूट पॉइजनिंग का खतरा बहुत ज्यादा होता है.

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बिना नुकसान ऐसे लें स्पाइसी खाने का मजा

उतना ही तीखा खाएं, जितना आप सहज रूप से खा सकें.
तीखा खाने के साथ में दही या दूध रखें. कैप्साइसिन वसा में घुलनशील होता है, इसलिए दूध या दही इसका असर कम कर सकते हैं.
अगर आपको पेट में जलन हो रही है, तो ठंडा पानी पीने से आराम मिल सकता है.
चटपटा खाना मजेदार होता है, लेकिन अपनी सीमा का ध्यान रखें.

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