CG: सामूहिक आत्महत्या मामले मिला सुसाइड नोट, लिखी ऐसी बात, रहस्य और भी गहराया

महासमुंद 14 मई 2025। जिले के बागबाहरा कस्बे में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को सदमे में डाल दिया है। हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित एक घर में एक ही परिवार के चार लोगों की लाशें मिलने से सनसनी फैल गई। मृतकों में पिता, मां और दो मासूम बच्चे शामिल हैं। प्रारंभिक जांच में यह सामूहिक आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है।
क्या है मामला?
मृतक बसंत पटेल आदिवासी विकास विभाग, बागबाहरा के कार्यालय में भृत्य (चपरासी) के पद पर कार्यरत थे। जब कई घंटों तक घर से कोई हलचल नहीं हुई तो स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे एसपी महासमुंद, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रतिभा पांडे और फोरेंसिक टीम ने दरवाजा तोड़कर जब घर के भीतर प्रवेश किया, तो वहां का दृश्य बेहद दर्दनाक था।
कैसे मिले शव?
बसंत पटेल का शव कमरे में फांसी के फंदे से लटका मिला, जबकि उसकी पत्नी भारती पटेल और दो बच्चे—12 वर्षीय बेटी सेजल पटेल और 4 वर्षीय बेटा कियांश पटेल—बिस्तर पर मृत अवस्था में पाए गए। बच्चों के मुंह और नाक से झाग निकल रहा था, जिससे पुलिस को आशंका है कि उनकी मौत जहरीले पदार्थ के सेवन से हुई है।
मिला सुसाइड नोट
घटनास्थल से पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें बसंत पटेल ने लिखा है कि कुछ पारिवारिक कारणों से वे यह आत्मघाती कदम उठा रहे हैं। साथ ही उन्होंने अपने माता-पिता से माफी भी मांगी है। इस पत्र से यह संकेत मिलता है कि यह आत्महत्या पूर्व नियोजित हो सकती है, लेकिन पुलिस अन्य पहलुओं से भी मामले की जांच कर रही है।
पुलिस क्या कहती है?
बाइट – प्रतिभा पांडे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, महासमुंद:
“हमें मौके से सुसाइड नोट मिला है। प्राथमिक तौर पर यह पारिवारिक कारणों से की गई सामूहिक आत्महत्या लग रही है, लेकिन हम अन्य सभी कोणों से जांच कर रहे हैं। फॉरेंसिक रिपोर्ट और पोस्टमॉर्टम से ही सही जानकारी सामने आ सकेगी।”
इलाके में शोक का माहौल
इस सामूहिक आत्महत्या की घटना ने पूरे बागबाहरा कस्बे को झकझोर कर रख दिया है। पड़ोसी और परिचितों के अनुसार, बसंत का परिवार शांत स्वभाव का था और किसी भी तरह का विवाद सामने नहीं आया था। बच्चों की असमय मौत ने सभी को भावुक कर दिया है।