CG : वन विभाग की नाक के नीचे सागौन पड़ों की धड़ल्ले से कटाई, पूर्व मंत्री टेप लेकर पहुंचे जंगल, मामले के तूल पकड़ते ही डिप्टी रेंजर सहित तीन को किया सस्पेंड

बिलासपुर 24 सितंबर 2024। न्यायधानी बिलासपुर जिले में सालों पुराने सागौन के पेड़ों की कटाई किये जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की मिलीभगत से सागौन पेड़ों की धड़ल्ले से कटाई करवायी गयी। पेड़ों की अवैध कटाई के मामले में पूर्व मंत्री डॉ कृष्णमूर्ति बांधी खुद टेप लेकर जंगल पहुंचे गये। पूर्व मंत्री की शिकायत के बाद हरकत में आये वन विभाग के अफसरों ने अवैध कटाई के मामले में डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड समेत तीन कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में भले ही सरकार बदल गयी हो, लेकिन भ्रष्ट अफसर और कर्मचारी अपनी करतूतों से बाज नही आ रहे है। फिर चाहे मामला वन विभाग का ही क्यों ना हो। दरअसल पूरा मामला सीपत के सोंठी और बिटकुला बीट में अवैध तरीके से सागौन पेड़ों की कटाई से जुड़ा हुआ है। आरोप है कि यहां वन विभाग के डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड की मिलीभगत से 40 से अधिक सालों पुराने सागौन पेड़ों की कटाई कर तस्कर ले गये। विभाग को जानकारी मिली कि यहां से सागौन की लकड़ी काटकर जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा पहुंचाया जा रहा है।

वहीं सागौन की तस्करी पिछले कई महीनों से की जा रही है।तस्करों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर स्थानीय लोगों ने भाजपा नेता कृष्णमूर्ति बांधी से शिकायत की थी। जिसके बाद वो अपने समर्थकों के साथ जंगल पहुंचे। यहां उन्होंने कटे हुए एक-एक पेड़ के का मुआयना किया और टेप से उसकी गोलाई नापी। पूर्व मंत्री बांधी के आरोप लगाया कि कुछ पेड़ सप्ताह भर पहले ही काटे गए हैं, जबकि कई पेड़ महज तीन से चार माह पहले काटे गए थे। इसके बाद जंगल से कृष्णमूर्ति बांधी ने अधिकारियों को कॉल कर कटाई और सागौन की तस्करी की जानकारी दी।

उन्होंने डिप्टी रेंजर हफीज खान और कर्मचारियों पर अनियमितता और तस्करों से मिलीभगत के गंभीर आरोप लगाकर उन्हें तत्काल सस्पेंड करने की मांग की।बांधी ने इस पूरे मामले में सख्त कार्रवाई नही होने पर पेड कटाई का मामला सत्ताधारी विधायकों के माध्यम से विधानसभा में उठाये जाने की भी चेतावनी दी थी। पूर्व मंत्री की शिकायत के बाद हरकत में आया वन विभाग तत्काल मामले की जांच में पहुंचा। बताया जा रहा है कि एसडीओं अभिनव कुमार ने शुरुआती जांच में दोषी पाए जाने पर सर्किल प्रभारी हफीज खान, बीट गार्ड चंद्रहास तिवारी और बहोरन लाल साहू को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।

वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच की जा रही है। सोंठी में 23 और बिटकुला में 17 सागौन पेड़ों की अवैध कटाई हुई है। सभी पेड़ काफी पुराने थे। जिनकी अनुमानित कीमत करीब 12 लाख रुपए है। वहीं जांच में पेड़ों की अवैध कटाई के मामले में एक सरपंच औऱ उप सरपंच की मिलीभगत की भी जानकारी मिली है। वन विभाग इसकी भी जांच कर रही है। जांच के बाद तस्करों के खिलाफ जल्द ही एक्शन लिया जायेगा।

डिप्टी रेंजन ने गवाहों को धमकाया…..

सागौन पेड़ों की अवैध कटाई के मामले में सस्पेंड डिप्टी रेंजर पर गवाहों को धमकाने का भी आरोप लग रहा है। बताया जा रहा है कि वन विभाग की टीम जब जांच करने पहुंची, तब बिटकुला के उप सरपंच अभिमन्यु सिंह ठाकुर ने सोंठी और बिटकुला के जंगल में सागौन की अवैध कटाई होने की गवाही दी थी। जिसके बाद डिप्टी रेंजर हफीज खान और बीट गार्ड चन्द्रहास तिवारी ने अभिमन्यु सिंह को बयान बदलने के लिए दबाव बनाया और उसे धमकी दी गयी। वहीं डिप्टी रेंजर ने उड़नदस्ता दल को गुमराह कर अवैध कटाई की जानकारी होने पर लकड़ियां जब्त करने की जानकारी दी थी, जबकि पुरानी लकड़ी को जब्ती बनाकर वर्तमान में हुए तस्करी वाली लकड़ी बताया गया था।

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