CG- मेरा पापा को ढूंढवा दीजिये योगी जी! ना अस्पताल प्रबंधन दे रहा जवाब, ना आपकी पुलिस कर रही सहयोग, रायपुर से रामलला दर्शन करने गये बजुर्ग रहस्यमयी तरीके से लापता

रायपुर 14 जुलाई 2024। रामलला दर्शन के लिए रायपुर से अयोध्या गये एक बुजुर्ग रहस्यमयी तरीके से लापता हो गये हैं। दो दिनों से ना तो उनके फोन पर कोई संपर्क हो पाया है और ना ही पुलिस की तरफ से कोई माकूल जानकारी मिल पायी है। 72वर्षीय संतोष शर्मा के बारे में 11 जुलाई का परिजनों को आखिरी अपडेट मिला था, कि अयोध्या में उनकी तबीयत खराब हो गयी है। परिजनों को जानकारी मिली थी, कि बीमार हालत में संतोष शर्मा एक कांस्टेबल मिले, जिन्होंने उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया। बाद में उन्हें किसी अन्य अस्पताल में रेफर किया गया, तभी से उनके बारे में कोई जानकारी परिजनों को नहीं है। ऐसे में आशंका गहरा रही है कि, कहीं किसी मुसीबत में तो संतोष शर्मा नहीं फंस गये हैं। इधर अयोध्या पुलिस इस मामले में सहयोग नहीं कर रही है। ना तो वो रिपोर्ट लिख रही है और ना ही ढूंढने में मदद कर रही है।

जानकारी से मुताबिक रायपुर के भावना नगर स्थित साईं सिमरन में रहने वाले 72 वर्षीय बुजुर्ग संतोष कुमार शर्मा रामलला के दर्शन के लिए 10 जुलाई को रायपुर से रवाना हुए थे। वो 11 जुलाई को अयोध्या पहुंचे और फिर प्रभू राम के दर्शन किये। अयोध्या दर्शन के बाद कुछ देर बाद परिजनों को एक कांस्टेबल अमित अग्रहरि ने जानकारी दी, कि स्टेशन पर उन्हें संतोष शर्मा बेसुध हालत में मिले हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पहले तो उन्हें श्रीराम चिकित्सालय में भर्ती कराया गया, बाद में उन्हें राजर्षि दशरथ मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। जानकारी मिलते ही गोरखपुर से रिश्तेदार तुरंत मेडिकल कालेज पहुंचे, लेकिन वहां ना तो संतोष शर्मा मिले और ना ही अस्पताल प्रबंधन ने किसी तरह की जानकारी दी। परिजनों ने जब पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करानी चाही, तो रिपोर्ट भी नहीं लिखी गयी।

नक्सल मुक्त बस्तर की आवाज दिल्ली में भी गूंजी, मुख्यमंत्री की हौसला अफजाई पर जंतर-मंतर पहुंचे नक्सल पीड़ितों ने कहा, केंजा नक्सली-मनवा माटा"

अस्पताल से गायब हो जाना प्रबंधन की लापरवाही

परिजन ढूंढ-ढूंढकर थक चुके हैं, लेकिन कोई सुराग अब तक नहीं मिल पाया है। इधर, उनकी बेटी रुपाली तिवारी व रिश्तेदार हरीश गुप्ता ने बताया कि उनकी याददाश्त कमजोर है, इसीलिए उन्हें डर है कि कहीं वे आपराधिक तत्वों के चंगुल में ना फंस जाए।राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज प्रबंधन इस बारे में कोई जवाब देने को तैयार नहीं है कि आखिर कैसे हॉस्पिटल में भर्ती मरीज लापता हो गया। बताया जा रहा है कि 11 जुलाई के रात 8:00 बजे से अस्पताल में नहीं है। कोई बड़ा अधिकारी जवाब देने की स्थिति में नहीं है।

अस्पताल में भर्ती करा पुलिस ने निभायी जिम्मेदारी, लेकिन हिफाजत नहीं करना लापरवाही भी

कांस्टेबल अमित अग्रहरि ने संतोष शर्मा को  रेलवे स्टेशन के पास बेसुध देखा था, जिसके बाद ड्यूटी के लिए जा रहे कांस्टेबल अमित अग्रहरि ने बुजुर्ग की मदद की। उन्हें श्रीराम हॉस्पिटल में भर्ती कराया। अमित की 2:00 बजे से उनकी ड्यूटी थी। इसलिए वो अस्पताल में भर्ती कराकर ड्यूटी चले गये। लेकिन उसके बाद पुलिस को जो अपनी ड्यूटी निभानी थी, वो नहीं निभा पायी। पुलिस ने मामले में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। परिजनों को कभी राम जन्मभूमि थाने में भेजा जाता है, तो कभी अयोध्या कोतवाली..कभी मेडिकल कॉलेज, तो कभी रेलवे स्टेशन.. कुल मिलाकर परिजनों का हाल बेहाल है। ऐसे में उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि आखिर अपनी फरियाद किसे और कैसे बतायें।

NW News