21 सितंबर को छत्तीसगढ़ बंद: कवर्धा कांड पर कांग्रेस ने लगाये गृहमंत्री पर आरोप, बोली, लोहारीडीह की घटना कानून व्यवस्था की बड़ी विफलता
कवर्धा 19 सितंबर 2024। कानून व्यवस्था को लेकर आक्रामक हुई कांग्रेस ने 21 सितंबर को छत्तीसगढ़ बंद का ऐलान कया है। कवर्धा में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। लोहारीडीह घटना स्थल से लौटने के बाद उन्होंने राज्य की कानून व्यवस्था पर कड़ी आलोचना करते हुए प्रदेश में बढ़ती असुरक्षा और अपराधों के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने राज्य सरकार, विशेषकर गृहमंत्री के कार्यों को विफल बताते हुए गृहमंत्री को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दीपक बैज और भूपेश बघेल ने गृहमंत्री के कार्यक्षेत्र में हुई लोहारीडीह की घटना को राज्य की कानून व्यवस्था की बड़ी विफलता के रूप में पेश किया।
उन्होंने कहा, “गृहमंत्री के अपने जिले में ऐसी गंभीर घटनाएं हो रही हैं, जिससे स्पष्ट है कि सरकार राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह असफल रही है।” इसके साथ ही, उन्होंने मुख्यमंत्री से गृहमंत्री की बर्खास्तगी की मांग करते हुए कहा कि अगर सरकार खुद कार्रवाई नहीं करती, तो यह जनता के साथ अन्याय होगा।कांग्रेस नेताओं ने राज्य की समग्र कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश में अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, “पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है। रोज़ाना अपराधों की खबरें आ रही हैं, और सरकार मूक दर्शक बनी बैठी है। यह न केवल प्रशासनिक विफलता है, बल्कि जनता के विश्वास के साथ भी धोखा है।”
इस गंभीर घटना के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने 21 सितंबर, शनिवार को प्रदेश बंद का आह्वान किया है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस बंद में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था और सरकार की विफलताओं के खिलाफ अपनी आवाज उठाएं। इस दौरान कांग्रेस ने कहा कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण रहेगा और वे लोकतांत्रिक तरीके से सरकार पर दबाव बनाएंगे।कांग्रेस नेताओं ने लोहारीडीह घटना की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि इस घटना की जांच हाईकोर्ट के किसी सीटींग जज से कराई जानी चाहिए। उन्होंने पुलिस और प्रशासन पर मामले की जांच में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया और कहा कि पुलिस निष्पक्ष जांच करने में असमर्थ साबित हो रही है।कचरू साहू का दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग
कांग्रेस कमेटी ने कचरू साहू की मौत को संदिग्ध बताते हुए इस मामले में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए उसका दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि मामले की सही तहकीकात करने के लिए यह कदम आवश्यक है, ताकि घटना के असली कारणों का पता चल सके और दोषियों को सजा मिल सके।कांग्रेस ने घटना से संबंधित सभी सबूतों को सुरक्षित रखने की मांग करते हुए रेगाखार थाने की सीसीटीवी फुटेज निकलवाने की भी मांग की है। उनका कहना है कि इस फुटेज से घटना के असल पहलुओं को समझने में मदद मिलेगी और इसके माध्यम से पुलिस प्रशासन की भूमिका भी स्पष्ट हो सकेगी।
कांग्रेस कमेटी ने पुलिस प्रशासन और गृहमंत्री पर सीधे-सीधे नाकामी का आरोप लगाया। उनका कहना है कि राज्य में जिस तरह से अपराध बढ़ रहे हैं, उससे यह स्पष्ट है कि प्रशासन पूरी तरह से विफल हो चुका है। गृहमंत्री के जिले में इस तरह की गंभीर घटनाएं होना यह दर्शाता है कि सरकार जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफल हो रही है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अगर सरकार जल्द ही कड़े कदम नहीं उठाती, तो प्रदेश के नागरिकों का विश्वास पूरी तरह से उठ जाएगा।प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंत में दीपक बैज और भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर शांत नहीं बैठेगी और जनता के हक की लड़ाई जारी रखेगी। उन्होंने जनता से आग्रह किया कि वे 21 सितंबर के प्रदेश बंद में हिस्सा लें और सरकार की विफलताओं के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराएं।कांग्रेस के इस आह्वान से राज्य में राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है और आने वाले दिनों में यह मुद्दा राज्य की राजनीति में एक बड़ा मोड़ साबित हो सकता है।