पूरे हो रहे अपनों के सपने…’महतारी वंदन योजना’ से बदल गई छत्तीसगढ़ के 70 लाख महिलाओं की जिंदगी

 

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रायपुर 6 सितंबर 2024 कभी-कभी जिंदगी में छोटा सा अधूरा काम पूरी जिंदगी की खुशियां छीन लेता है। लेकिन कभी-कभी वही छोटा सा काम पूरा हो जाए, तो पूरी जिंदगी संवर जाती है। छत्तीसगढ़ की 70 लाख महिलाओं की जिंदगी में भी पिछले कुछ महीनों से बड़ा बदलाव आया है। उनके हर छोटे-मोटे सपने पूरे हो रहे हैं। राखी, पोरा और तीजा जैसे त्यौहार पर अब अपनी खुशियों की खरीददारी के लिए वे किसी और की तरफ नहीं देखतीं। वे इतनी आत्मनिर्भर हो गई हैं कि खुशियां उनके कदम चूम रही हैं। ये सब कुछ हुआ है, विष्णु देव साय की सरकार आने के बाद और इन 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिलने के बाद।

रत्ना कन्नौजे बताती हैं कि अभी उनका बेटा छोटा है। लेकिन आगे उसकी पढ़ाई में पैसा लगेगा। इसलिए उसे लोगों ने बताया कि वो एसआईपी में निवेश कर सकती हैं। उसने ऐसा ही किया। अब महतारी वंदन योजना का पैसा जिस दिन खाते में आता है उसके अगले दिन ही वो एसआईपी की नियत तिथि में पैसे जमा कर देती हैं। रत्ना ने बताया कि बेटे की खुशियों के लिए एक ठोस आधार तैयार हो गया है। हर महीने की सुरक्षित आय से मैं एसआईपी में निवेश करती हैं।

कोहकामेटा की सुशीला नुरेटी बताती हैं कि हर महीने मिलने वाले एक हजार रुपए से वो अपने गांव के बाजार में सब्जी भाजी बेचने का व्यवसाय स्थापित कर चुकी हैं। इससे उनकी आय में बढोतरी हो रही है। ओरछा की श्रीमती लक्ष्मी कोर्राम बताती हैं कि वो ओरछा बाजार में छोटा सा होटल संचालित कर आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में इस पैसे का उपयोग कर रही हैं। बलरामपुर की ग्राम पंचायत पस्ता की रहने वाली कलेसरी जो विधवा और बेसहारा महिला है बताती हैं अपने पुराने मिट्टी के घर में रहती है। उसे मिलने वाला एक हजार रुपए उनके महीने के खर्च में बहुत राहत देता है। रत्ना, सुशीला, लक्ष्मी और कलेसरी की ही तरह प्रदेश की 70 लाख महिलाओं की जिंदगी ऐसे ही बदल रही है।

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महतारी वंदन योजना ने छत्तीसगढ़ की महिलाओं को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त किया है अपितु वे उन उम्मीदों को भी पूरा कर रही हैं जिनके लिए उनके पास किसी तरह का जरिया नहीं था। वे अपने बच्चों की शिक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा कर रही है। रत्ना की तरह ही प्रदेश की बहुत सी महिलाओं के जीवन में अब नई उम्मीदें हैं। महतारी वंदन योजना के शुरू होने से छत्तीसगढ़ की महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त हुई हैं। साथ ही छोटी-मोटी जरूरतों के लिए उन्हें दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता।

 

पोरा तिहार पर मिली सातवीं किश्त

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर स्थित सीएम हाउस में छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्योहार तीजा, पोरा धूमधाम से मनाया। ‘विष्णु भैया संग तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार’ के भव्य आयोजन में शामिल होने मुख्यमंत्री निवास में बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची। तीजा-पोरा, महतारी वंदन तिहार के अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रदेश की 70 लाख माता-बहनों के खाते में महतारी वंदन योजना की सातवीं किश्त के रूप में एक-एक हजार रूपए की राशि का भुगतान ऑनलाईन डीबीटी मोड के जरिए किया। महतारी वंदन योजना के तहत आज सातवीं किश्त में 70 लाख महिलाओं को 653 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया। इसे मिलाकर अब तक 4578 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है।

 

10 मार्च 2024 को हुई थी शुरूआत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 मार्च 2024 को महतारी वंदन योजना की शुरुआत की थी। पीएम मोदी ने बटन दबाकर पहली किस्त जारी की थी। तब से लेकर अब तक राज्य की लगभग 70 लाख महिलाओं को हर महीने महतारी वंदन योजना का लाभ मिल रहा है। जिसे लेकर महिलाओं का कहना है कि इस योजना से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। घर में उनकी पूछ परख बढ़ी है। घर की छोटी मोटी जरूरतों के लिए अब किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नही पड़ती। घर के अपनों के छोटे-छोटे सपनें इस राशि से वे पूरा कर रही है। कई महिलाओं ने इस राशि से छोटी-छोटी आर्थिक गतिविधियां भी शुरू कर दी हैं। स्व-सहायता समूह में शामिल महिलाएं बचत का भी काम कर रही है।

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इस बार खास हो गया तीजा

छत्तीसगढ़ की महिलाओं के लिए तीजा सबसे बड़ा त्यौहार है। लेकिन इस बार प्रदेश की 70 लाख माताओं एवं बहनों के बैंक खातें में 01-01 हजार रूपये की राशि ठीक पोरा त्यौहार के दिन यानी तीजा त्यौहार से तीन दिन पहले आ गई, इसलिए वे बेहद खुश हैं। बस्तर जिले की सुकमनिया कहती हैं कि उनके खाते में एक हजार रुपए आ गया है और ये तीजा पर घर में पकवान बनाने के लिए राशन के काम आएगा। इसी तरह रायपुर के सीएम हाउस में मनाए गए ‘विष्णु भैया संग तीजा-पोरा महतारी वंदन तिहार’ से लौटीं धरसींवा इलाके की किरण वर्मा कहती हैं कि सीएम हाउस में साड़ी, चूड़ी, टिकली, बिंदी, महावर सब मिल गया। साथ ही एक हजार रुपए भी खाते में आ गए। वे कहती हैं कि इस बार जैसा तीजा वे कभी नहीं मनाई थीं। सविता ठाकुर कहती हैं कि मुख्यमंत्री ने तीजा-पोरा त्यौहार के अवसर पर हमें महतारी वंदन योजना का राशि उपलब्ध कराया है। इससे मैं साड़ी खरीदूंगी और तीजा के लिए अपने मायके जाउंगी। इसी प्रकार कामिन बाई और श्रीमती गणेशिया साहू ने महतारी वंदन योजना के तहत सातवीं किश्त की राशि आने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हमारे बडे़ भैय्या की तरह हमारा ख्याल रख रहे हैं, हमें हर महीने 1 हजार की राशि सीधे हमारे बैंक खाते में दे रहे है।

 

महिलाओं को और आत्मनिर्भर बनाएंगे: साय

महतारी वंदन योजना के तहत हर महीने किश्त की राशि पाकर जिले की महिलाएं काफी उत्साहित नजर आ रही हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की एक-एक गारंटी को पूरा करने राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री कहते हैं कि उनकी सरकार महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

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