Goat Farming : कम बजट में बंपर कमाई देगी इस नस्ल की बकरी ,साल भर में बन जायेगे अमीर
Goat Farming : कम बजट में बंपर कमाई देगी इस नस्ल की बकरी ,साल भर में बन जायेगे अमीर

Goat Farming : कम बजट में बंपर कमाई देगी इस नस्ल की बकरी ,साल भर में बन जायेगे अमीर एक अच्छा खासा मुनाफा कमाने का एक सबसे बेहतरीन तरीका है इस नस्ल की बकरी को पालकर लाखों में कमाई करने का, सबसे महंगा बिकता है इसका मीट
यह भी पढ़े :CG: भीषण सड़क हादसे में 15 लोगों की गई जान, कईयों की हालत गंभीर, SSP ने कहा..
Goat Farming : कम बजट में बंपर कमाई देगी इस नस्ल की बकरी ,साल भर में बन जायेगे अमीर
खेती के साथ किसानों की आय बढ़ाने का मुख्य साधन पशुपालन है , आप बकरी पालन शुरू करना चाह रहे हैं तो आप बरबरी प्रजाति की बकरी को पालकर लाखों रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं। किसान तक से बातचीत में बलिया के उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एस.डी द्विवेदी द्वारा बताया गया कि बरबरी नस्ल की बकरी सबसे बेहतर मानी जाती है।
बरबरी बकरी छोटे कद की होती है लेकिन इसका शरीर काफी गठीला है ,शरीर पर सफेद रंग के साथ भूरा और सुनहरा रंग का धब्बा होता है। इसकी नाक बहुत ही छोटी और कान खड़े हुए होते हैं ,बिल्कुल हिरन की तरह दिखती है। बरबरी नस्ल की बकरी का मांस बहुत ज्यादा स्वादिष्ट होता है, इसलिए इसकी मार्केट में डिमांड अधिक होती है। यह बकरी एक दिन में एक किलो दूध देती है।
डॉ. द्विवेदी ने बताया कि इस बकरी को कम लागत में और किसी भी स्थान पर पाल सकते है ,इनका रख-रखाव भी काफी आसान है। बाजार में इसके मांस की अच्छी कीमत होती है और बकरीद में पशुपालकों को इसके अच्छे रेट में बिकती हैं। उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग भी बरबरी नस्ल की बकरियों को पालने का बढ़ावा है। किसान इस नस्ल की बकरियों का पालन फार्म बनाकर करेगा तो उसकी सालाना कमाई लाखों होती है। बरबरी नस्ल आज यूपी की खास पहचान है।
डॉ. द्विवेदी ने बताया कि किसी साधारण नस्ल की बकरी को बरबरी के साथ क्रास कराया जाता है, जिससे इनकी संख्या में बढ़ोतरी हो सके। यह 13 से 14 महीने की उम्र पर बच्चा देने लायक होती है। 15 महीने में दो बार बच्चे देती है , मेल बरबरी की कीमत 8 से 9 हजार है, जबकि फीमेल बरबरी की 5-6 हजार हैं।
इनका वजन 30 से 40 किलो तक होता है ,जो 900 से 1000 रुपये प्रति किलो के रेट से इसका मास बिकता है। इससे पशुपालकों को बहुत बड़ा मुनाफा मिलता है , डॉ. एस.डी द्विवेदी ने किसानों को बरबरी नस्ल की बकरी को पालने की सलाह देते है , जिससे उनकी आय में दोगुनी बढ़ोतरी हो सके।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एस.डी द्विवेदी ने आगे बताया कि इन नस्ल की बकरियों को बीमारी भी कम है। गाय की तरह इसे बंधकर रख सकते हैं ,ये एक साल में बिकने लायक हो जाती है। अन्य बकरियों के मुकाबले यह बकरियां ज्यादा फुर्तीली है। बरबरी नस्ल की बकरियां ज्यादातर उत्तर प्रदेश के एटा, मैनपुरी, इटावा, आगरा, मथुरा और इससे लगे क्षेत्रों में ज्यादा पाली जाती हैं।
यह भी पढ़े : Peon Vacancy : 10वीं पास के लिए चपरासी के 50 पदों पर भर्ती का नोटिफिकेशन जारी ,जाने अपडेट