फिर से चमका सोना, दो हफ्ते की ऊंचाई पर; जानें क्यों फिर से महंगा हुआ गोल्ड

कमोडिटी बाजार में बीते कई सत्रों से लगातार सुस्ती दिखाई दे रही थी. खासकर सोने में मोमेंटम गायब सा था, लेकिन इस हफ्ते खेल पलटता हुआ नजर आ रहा है. सोना एक बार फिर से तेजी की ओर बढ़ रहा है. सोना ग्लोबल मार्केट में दो हफ्तों की ऊंचाई पर चल रहा है. इसका भाव 2400 डॉलर के करीब चल रहा है. ये लगातार दूसरे हफ्ते बढ़त की तैयारी कर रहा है. घरेलू बाजार में भी सोने का भाव 72,000 के ऊपर चल रहा है.

Telegram Group Follow Now

फिर से चमका सोना, दो हफ्ते की ऊंचाई पर; जानें क्यों फिर से महंगा हुआ गोल्ड

वायदा बाजार में क्या है सोने-चांदी के दाम?

अगर भारतीय वायदा बाजार की बात करें तो 140 रुपये की तेजी के साथ 72,586 रुपये प्रति 10 ग्राम पर चल रहा था. गुरुवार को ये 72,726 पर बंद हुआ था. चांदी में आज हल्की गिरावट थी, हालांकि ये 91,600 के ऊपर था. इसमें सुबह 153 रुपये का नुकसान दर्ज हो रहा था और ये 91,512 रुपये पर दर्ज हुआ. कल की इसकी 91,665 रुपये पर क्लोजिंग हुई थी.

ग्लोबल बाजार में कहां है सोना?

जैसाकि हमने बताया ग्लोबल बाजारों में सोना लगातार दूसरे हफ्ते बढ़त की ओर है. स्पॉट गोल्ड 0.1 पर्सेंट चढ़कर 2,360 डॉलर प्रति औंस पर था, जोकि इसका दो हफ्तों का ऊंचाई था. इस हफ्ते सोना 1 पर्सेंट की बढ़त पर है. यूएस गोल्ड फ्यूचर्स 0.2 पर्सेंट की तेजी लेकर 2,374 डॉलर प्रति औंस पर था.

दिल्ली सर्राफा बाजार में क्या हैं सोने-चांदी के दाम?

मजबूत वैश्विक रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में गुरुवार को सोना 120 रुपये मजबूत होकर 72,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. पिछले कारोबारी सत्र में सोना 72,430 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. चांदी की कीमत भी 900 रुपये की तेजी के साथ 92,300 रुपये प्रति किलो हो गई. पिछले कारोबारी सत्र में यह 91,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी.

सोने में तेजी की क्या वजहें हैं?

सोने में पिछले कारोबारी सत्र में जो तेजी आई, उसके पीछे तो अमेरिका में छुट्टियों से वापस आने के बाद खरीदारी वाला मूड रहा. कमजोर खुदरा बिक्री के आंकड़ों और गिरती महंगाई के आंकड़ों के चलते खरीदारी देखने को मिली. इसके साथ ही सितंबर में यूएस फेडरल रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें बढ़ रही हैं, लेकिन मार्केट एक्सपर्ट्स ने कहा कि अगर कोई अमेरिकी फेडरल रिजर्व सदस्य सितंबर से आगे देरी का संकेत देता है, तो सोने में मुनाफावसूली की संभावना है.

Read more : एयरटेल ने करा दी मौज! 9 रुपये में अनलिमिटेड इंटरनेट, ऐसे उठाये लाभ

इसके अलावा मिडिल ईस्ट में फिर से बढ़ते तनाव के चलते भी सोने की मांग बढ़ी है. सोने में तेजी के पीछे कुछ और भी कारण हैं, जैसे- ग्लोबल सेंट्रल बैंकों की खरीद अगले 1 साल जारी रहने की उम्मीद बनी हुई है. गोल्ड रिजर्व बढ़ने की 81 फीसदी उम्मीद है.

ब्रोकरेज हाउसेज ने सोने पर बढ़ाए टारगेट

उधर ब्रोकरेज हाउस Goldman Sachs ने कहा है कि जिन निवेशकों के पास सोना है, वो होल्ड करके रखें. CITI ने सोने के 12 महीने में 3000 डॉलर छूने का अनुमान जताया है. UBS ने साल अंत तक जून 2025 तक इसके 2700$ पर रहने का अनुमान जताया है. वहीं, ANZ Research का कहना है कि इस साल के अंत तक सोना 2500$ पर रह सकता है.

फिर से चमका सोना, दो हफ्ते की ऊंचाई पर; जानें क्यों फिर से महंगा हुआ गोल्ड

वहीं, अगर भारतीय बाजारों की बात करें तो HDFC Sec ₹80,000, NBD Emirates ने ₹75,000 और Motilal Oswal ने इसके ₹81,000 पर जाने का अनुमान लगाया है.

 

Related Articles