Health Tips : फिटनेस के लिए जरूरी है डिलोड वीक, जानें इसके फायदे

Health Tips : अगर आप फिटनेस पर ध्यान दे रहे हैं, तो लगातार वर्कआउट करना ही सही तरीका नहीं है। फिटनेस एक्सपर्ट्स का कहना है कि हर 6 से 8 हफ्ते में एक बार डिलोड वीक लेना जरूरी होता है। इससे मांसपेशियों को रिकवरी का समय मिलता है और फिटनेस बेहतर होती है।
Health Tips : फिटनेस के लिए जरूरी है डिलोड वीक

क्या है डिलोड वीक?
डिलोड वीक में वर्कआउट पूरी तरह बंद नहीं किया जाता, बल्कि उसकी तीव्रता कम कर दी जाती है। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए जरूरी है जो भारी वजन उठाने या गहन कसरत करते हैं।
क्यों जरूरी है डिलोड वीक?
- मसल्स की रिकवरी: गहन ट्रेनिंग से मांसपेशियों में छोटे-छोटे घाव होते हैं, जिन्हें ठीक होने के लिए समय चाहिए।
- फिटनेस सुधारता है: वर्कआउट के बाद आराम करने से मसल्स ज्यादा तेजी से बढ़ते हैं।
- इंजरी से बचाव: लगातार ट्रेनिंग से शरीर पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है।
डिलोड वीक के संकेत
अगर ये लक्षण दिखें, तो समझ लें कि अब डिलोड वीक लेने का समय आ गया है—
कमजोरी और थकान महसूस होना
जोड़ों और मसल्स में दर्द या सूजन
वर्कआउट में मन न लगना
भारी वजन उठाने में दिक्कत
कैसे करें डिलोड वीक?
- अपनी सामान्य एक्सरसाइज की तीव्रता 50% तक कम करें।
- वर्कआउट के दौरान कम वजन उठाएं और सेट्स की संख्या घटा दें।
- हल्के स्ट्रेचिंग और योग को शामिल करें।