रोचक तथ्य

UAE जाने से पहले जान लें जरूरी बातें, बैंक बैलेंस इतना होना चाहिए नहीं तो भेज दिया जाएगा वापस

नई दिल्लीः जून के महीने में भारत के लोग गर्मियां की छुट्टियां बिताने के लिए दूर-दराज घूमने जाते हैं। बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी होते हैं जो विदेशों में सैर सपाटा करने के लिए रवाना होते हैं। अगर आप यूएई में छट्टी मनाने का प्लान कर रहे हैं तो पहले कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा। अगर आपने जरूरी बातों को नजरअंदाज किया तो बिना घूमे ही अबू धाबी पहुंचने के बाद आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा।

UAE जाने से पहले जान लें जरूरी बातें, बैंक बैलेंस इतना होना चाहिए नहीं तो भेज दिया जाएगा वापस

इतना ही नहीं आपको अबू धाबी एयरपोर्ट से ही सीधे भारत भेज दिया जाएगा। आपको यह बात सुनकर अजीब लग रही होगी, लेकिन पता होना चाहिए कि कुछ भारतीयों के साथ ऐसा हो चुका है। यूएई ने टूरिस्ट वीजा का दुरुपयोग रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है, जिसे जानना आपके लिए बहुत ही जरूरी है।

यूएई जाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

अगर आप छुट्टियां मनाने के लिए यूएआई जा रहे हैं तो पहले अपने बैंक अकाउंट और क्रेडिट कार्ड का मिनिमम बैलेंस जरूर चेक कर लें। अगर आपका मिनिमम बैलेंस 60 हजार रुपये र आपके पास रिटर्न टिकट भी होना जरूरी है। अगर आपके पास यह दोनों चीजें नहीं है तो फिर वापस आना पड़ सकता है। यूएई आपको अबू धाबी एयरपोर्ट से ही वापस कर देगा, जिससे बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। ययूएई के एयरपोर्ट से ही वापस भारत आना पड़ेगा।

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यह सुनकर आपको थोड़ा अजीब जरूर लग रहा होगा, लेकिन यह सौ फीसदी सच है। टूरिस्‍ट वीसा के दुरुपयोग को रोकने के लिए यूएई ने अब सख्‍ती कर दी है। यात्रियों की गहन छानबीन एयरपोर्ट पर तेजी से की जा रही है। इसके साथ ही तमिलनाडु और केरल के एयरपोर्ट से जहाज पकड़कर यूएई जाने वाले ऐसे यात्रियों की गहनता से छानबीन करने का काम किया जा रहा है।

UAE जाने से पहले जान लें जरूरी बातें, बैंक बैलेंस इतना होना चाहिए नहीं तो भेज दिया जाएगा वापस

20 से 35 साल के लोगों की चेकिंग में भी सख्ती
इसके साथ ही एयरलाइंस कंपनियों ने भी अकेले यात्रा करने वाले टूरिस्ट वीसाधारक 20 से 35 साल के लोगों की चेकिंग में भी सख्ती कर दी है। इससे उन्‍हें डिपोर्ट होने से बचाना मकसद माना जा रहा है। अगर कोई देश किसी यात्री को डिपोर्ट करता है तो उसे उसके मूल देश वापस लाने की जिम्‍मेदारी उसे ले जाने वाली एयरलाइंस की ही होती है। तमिलनाडु और केरल के एयरपोर्ट्स पर चेक-इन में ज्‍यादा वक्‍त लग रहा है।

 

 

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