युक्तियुक्तकरण पर अनिश्चितकालीन आंदोलन खत्म, अब साझा मंच ने बदली रणनीति, इस तरह से 10 और 13 जून को होगा प्रदर्शन

रायपुर, 5 जून 2025।छत्तीसगढ़ में शिक्षक साझा मंच द्वारा चलाए जा रहे अनिश्चितकालीन आंदोलन को नया स्वरूप देते हुए फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। मंच के प्रदेश संचालक मंडल ने निर्णय लिया है कि अब हड़ताल की जगह क्रमबद्ध और संगठित रैली के माध्यम से अपनी मांगों को प्रशासन तक पहुंचाया जाएगा। इस फैसले से जहां प्रशासनिक गतिरोध में नरमी आई है, वहीं शिक्षकों के आंदोलन को भी एक नई दिशा मिली है।
शिक्षक साझा मंच के नेताओं मनीष मिश्रा, केदार जैन, वीरेंद्र दुबे, संजय शर्मा, विकास राजपूत, कृष्णकुमार नवरंग, राजनारायण द्विवेदी
जाकेश साहू, भूपेंद्र बनाफर, शंकर साहू, भूपेंद्र गिलहरे, चेतन बघेल, डॉ. गिरीश केशकर,लैलूंन भरतद्वाज, प्रदीप पांडे, प्रदीप लहरे
राजकिशोर तिवारी, कमल दास मुरचले, प्रीतम कोशले, विक्रम राय, विष्णु प्रसाद साहू, धरम दास बंजारे, अनिल कुमार टोप्पो सहित 20 से अधिक सदस्यों ने संयुक्त बयान जारी करते हुए यह जानकारी दी कि अब आंदोलन की अगली कड़ी के रूप में 10 जून को राज्य के सभी 33 जिलों में और 13 जून को पांचों संभागीय मुख्यालयों में रैली निकालकर जिला कलेक्टरों को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
रैली का स्वरूप और निर्देश:
केवल रैली निकाली जाएगी, किसी प्रकार का धरना, प्रदर्शन अथवा हड़ताल नहीं किया जाएगा।
रैली एक निर्धारित स्थान से शुरू होकर कलेक्ट्रेट तक नारेबाजी के साथ पहुंचेगी और वहां ज्ञापन सौंपा जाएगा।
संबंधित जिला प्रशासन को पूर्व सूचना देना अनिवार्य होगा ताकि शांति व्यवस्था बनी रहे और किसी प्रकार की असुविधा न हो।
यह रैली पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अनुशासित होगी तथा लोकतांत्रिक मर्यादाओं के भीतर रहेगी।
आंदोलन की पृष्ठभूमि:
शिक्षक साझा मंच लंबे समय से प्रदेश के शिक्षकों की विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत है, जिसमें प्रमुख मांगें युक्तियुक्तकरण का विरोध, क्रमोन्नति वेतनमान, समय पर पदोन्नति से संबंधित हैं। हाल ही में हुए हाईकोर्ट के निर्देश और शासन की प्रक्रियाओं को देखते हुए मंच ने रणनीतिक बदलाव करते हुए आंदोलन के स्वरूप में लचीलापन दिखाया है।