मंडल पदाधिकारियों की सूची जारी होने के 24 घंटे के भीतर निरस्त, संगठन और सत्ता के बीच तालमेल की कमी उजागर

रायपुर 16 मई 2025: भारतीय जनता पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में बड़ी उठापटक देखने को मिली है। कवर्धा विधानसभा के सातों मंडलों के लिए नियुक्त किए गए पदाधिकारियों की सूची को मात्र 24 घंटे के भीतर निरस्त कर दिया गया है। यह निर्णय प्रदेशाध्यक्ष किरण सिंहदेव के कार्यालय से जारी निर्देश के बाद लिया गया, जिससे जिले में सत्ता और संगठन के बीच समन्वय की कमी एक बार फिर सामने आ गई है।
बीते दिन यानी बुधवार को भारतीय जनता पार्टी की ओर से पंडरिया और कवर्धा विधानसभा क्षेत्रों के मंडल स्तर के पदाधिकारियों की सूची जारी की गई थी। सूची के अनुसार कवर्धा विधानसभा के अंतर्गत आने वाले सभी 7 मंडलों—कवर्धा शहरी, कवर्धा ग्रामीण, लालपुर, पोंडी, लोहारा, पिपरिया व सहसपुर लोहारा—के लिए मंडल अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी नियुक्त किए गए थे।
हालांकि गुरुवार को ही पार्टी प्रदेश नेतृत्व की ओर से इन नियुक्तियों को रद्द करने का आदेश जारी कर दिया गया। प्रदेश कार्यालय से जारी पत्र में यह स्पष्ट किया गया कि कवर्धा विधानसभा के सातों मंडलों की सूची अनुपयुक्त प्रक्रिया, स्थानीय असंतोष, और आंतरिक समन्वय की कमी के चलते निरस्त की जा रही है।
विश्वस्त सूत्रों की मानें तो पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं और पूर्व जनप्रतिनिधियों को नियुक्तियों की प्रक्रिया में विश्वास में नहीं लिया गया था, जिससे असंतोष उत्पन्न हुआ। पार्टी के भीतर ही इन नियुक्तियों को लेकर विरोध जताया गया और सूची को रोकने की मांग की गई। इसके अलावा संगठन और सत्ता पक्ष के बीच परामर्श की कमी को भी इस निर्णय का कारण बताया जा रहा है।