ACB-EOW Raid: SDM, तहसीलदार, बैंक मैनेजर समेत कई अफसर रडार पर, भारतमाला प्रोजेक्ट घोटाला: ACB-EOW की ताबड़तोड़ छापेमारी

रायपुर 25 अप्रैल 2025। भारतमाला परियोजना में हुई कथित अनियमितताओं और घोटालों को लेकर छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए एक साथ 20 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। रायपुर, नया रायपुर, दुर्ग-भिलाई, अभनपुर, आरंग और बिलासपुर जैसे जिलों में कई प्रशासनिक और बैंक अधिकारियों के निवास व कार्यालयों पर जांच की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जांच के दायरे में वर्तमान और पूर्व प्रशासनिक अधिकारी जैसे SDM, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी और RI के साथ ही बैंक मैनेजर भी शामिल हैं। भिलाई में ACB ने एक बैंक मैनेजर के घर पर छापा मारा, जहां उसके परिजनों से पूछताछ की गई और संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों का बेवरा (विवरण) लिया गया। बैंक मैनेजर से लगातार पूछताछ हो रही है।
बिलासपुर में अतिरिक्त तहसीलदार लखेश्वर ध्रुव के आवास पर ACB की टीम पहुंची, जहां छह से ज्यादा अधिकारी दस्तावेजों की जांच में जुटे हुए हैं। ध्रुव पहले रायपुर में नायब तहसीलदार के पद पर कार्यरत थे और वर्तमान में बिलासपुर में पदस्थ हैं।
रायपुर में तात्कालिक SDM निर्भय साहू और तहसीलदार शशिकांत कुर्रे के घरों पर भी छापेमारी की गई है। EOW की टीम इन अधिकारियों से जुड़ी संपत्तियों और लेन-देन की विस्तृत जांच कर रही है।
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने इस मामले में बयान जारी करते हुए कहा, “भारतमाला परियोजना को लेकर जो शिकायतें सरकार को मिली थीं, उनके आधार पर EOW को जांच के निर्देश दिए गए हैं। यह घोटाला पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ था, जहां भ्रष्टाचार चरम पर था। वर्तमान सरकार भ्रष्टाचार पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर काम कर रही है और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
ACB और EOW की इस कार्रवाई से प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा हुआ है। अनुमान है कि आने वाले दिनों में और भी अधिकारियों के नाम सामने आ सकते हैं और जांच का दायरा और बढ़ाया जा सकता है। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि इस हाई-प्रोफाइल घोटाले में कितने बड़े चेहरे बेनकाब होंगे और कितनों पर कानूनी शिकंजा कसेगा।