रात में सोने से पहले करें अपने पैरों की गर्म तेल से मालिश, सेहत को मिलेंगे गजब के फायदे
आयुर्वेद में रात को सोने से पहले पैरों की मालिश को बेहद लाभकारी माना गया है। इसे पादाभ्यंग कहते हैं, जो शरीर को गहराई से आराम देने और तनाव को कम करने का काम करता है। पादाभ्यंग संस्कृत के दो शब्दों पाद और अभ्यंग से मिलकर बना है। इसमें पाद का अर्थ है पैर और अभ्यंग का अर्थ है गर्म तेल से मालिश। निवेशकों के लिए छत्तीसगढ़ में खुला रेड कारपेट: 27 बड़े औद्योगिक समूहों को 32 हजार 225 करोड़ रुपए के नवीन पूंजी निवेश के लिए प्रदान किए गए ‘इंटेंट टू इन्वेस्ट लेटर’
सरसों, नारियल या तिल के गर्म तेल से पैरों की मालिश करने से शरीर को कई सारे स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। यह न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही फायदेमंद है। यही वजह है कि आयुर्वेद में पैरों के नियमित मालिश को अच्छा माना गया है। पैरों की हल्के गुनगुने तेल से नियमित मालिश करने से स्ट्रेस कम होता है और इससे नींद की गुणवत्ता में भी सुधार होता है।
नियमित गर्म तेल से मसाज करने से पैरों की नसें रिलैक्स महसूस करती हैं और मसाज करके पैरों की नसों को शांत करने से माइग्रेन और सिरदर्द में भी आराम मिलता है।सर्दियां शुरू हो गई हैं, ऐसे में पूरे दिन के काम के बाद जब शरीर थक कर चूर होने लगता है। ऐसे में सोने से पहले गुनगुने तेल से होने वाले मसाज से थकान दूर होती है। मालिश से पैरों में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बेहतर होता है, जिससे ठंड की वजह से पैरों की अकड़न से मुक्ति मिलती है।
पैरों के नियमित होने वाली मसाज से एड़ियां नहीं फटती हैं और पैरों की स्किन भी एकदम सॉफ्ट बनी रहती हैं।पैर के तलवों की नियमित मसाज से शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन एक्टिव होता है, जिससे मानसिक शांति मिलती है और स्ट्रेस कम हो जाता है। हल्के गुनगुने तेल से पैरों की नियमित मालिश करने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। पैरों पर रोज तेल लगाने से हड्डियां मजबूत होती हैं।