“विधायकों की कॉलोनी की बजट का पैसा शिक्षा विभाग को दिया जाये” सुनंदनी ने 57000 शिक्षक भर्ती के लिए लिखा पोस्टकार्ड, विरेंद्र दुबे बोले, बात तो सही है….

रायपुर 7 जून 2025। प्रदेश में युक्तियुक्तकरण को लेकर शिक्षकों का जितना तेज विरोध हो रहा है। उतना ही आक्रोश बीएड और डीएलएड के अभ्यर्थी भी जता रहे हैं। शिक्षकों की नाराजगी एक ओर जहां 2008 के सेटअप के विरुद्ध युक्तियुक्तकरण करने और नियम विरुद्ध अतिशेष करने की है, तो वहीं दूसरी तरफ बीएड और डीएलएड अभ्यर्थियों की नाराजगी इस बात को लेकर है कि प्रदेश में 57000 शिक्षकों के पद रिक्त हैं, बावजूद भर्तियां नहीं की जा रही है।
हालांकि सरकार ने शिक्षक भर्ती को लेकर आश्वासन दिया है। खुद मुख्यमंत्री ने आश्वस्त कियाहै कि चरणबद्ध तरीके से शिक्षकों की भर्ती होगी। पहले चरण में 5000 शिक्षकों की भर्तियां की जायेगी। इस बीच बीएड-डीएलएड शिक्षक अलग-अलग तरीके से विरोध जता रहे हैं।
युक्तियुक्तकरण को लेकर एक पोस्टकार्ड सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था, अब उसी तरह शिक्षक भर्ती को लेकर एक पोस्टकार्ड सोशल मीडिया में काफी वायरल किया जा रहा है। इस पोस्टकार्ड में कहा गया है कि एक तरफ बजट ना होने की वजह से 57000 शिक्षकों की भर्ती नहीं हो पा रही है, दूसरी तरफ विधायकों के लिए नकटी गांव में विधायक कॉलोनी बनायी जा रही है।
सुनंदनी साहू कंडेल, धमतरी ने पोस्टकार्ड में ईएनसी पीडब्ल्यूडी विभाग को संबोधित करते हुए लिखा है कि लोक निर्माण विभाग से आग्रह है कि इस प्रस्ताव को निरस्त किया जाये और विधायक कॉलोनी निर्माण के बजट को शिक्षा विभाग को दिया जाये। ताकि, 57000 शिक्षकों की भर्ती से जल्द से जल्द शुरू की जा सके। सुनंदनी साहू ने कहा है कि विधायकों के आवास से ज्यादा स्कूलों में शिक्षकों की जरूरत है।
इधर सुनंदनी साहू की मांगों का साझा मंच के प्रांतीय संचालक विरेंद्र दुबे ने समर्थन किया है। विरेंद्र दुबे ने कहा है कि
“बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र में 57000 शिक्षकों की भर्ती की बात कहीं थीं। साथ ही कांग्रेस के समय बंद स्कूलों को खोलने का भी स्पष्ट उल्लेख किया था। वर्तमान में स्कूल खोलने की जगह राज्य की वित्तीय स्थिति अच्छी नहीं है, कि दलील देकर शिक्षकों की संख्या कम की जा रही है। अगर राज्य में वित्त की स्थिति अच्छी नहीं है, तो नकटी में विधायक विश्राम गृह बनाने पर अरबों रुपए खर्च करना अनुचित है। उस पैसों को शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए शिक्षकों की नियुक्ति करना चाहिए। मैं सुनंदनी साहू की की मांगों का समर्थन करता हूं”