मुस्लिम जमात ने जताया आतंकवाद के खिलाफ गुस्सा, पाकिस्तान और आतंकवाद का पुतला जलाकर किया विरोध प्रदर्शन

रायपुर 25 अप्रैल 2025। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 भारतीय नागरिकों की दर्दनाक मौत के खिलाफ देशभर में गुस्से का माहौल है। इसी कड़ी में धमधा मुस्लिम जमात ने जोरदार विरोध प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ पुतला दहन किया और देशवासियों से एकजुटता की अपील की।

मुस्लिम जमात द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में एकजुट होकर पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ पैदल मार्च निकाला गया। जामा मस्जिद से लेकर नगर गेट और बस स्टैंड तक नारेबाजी करते हुए समाज के सैकड़ों लोगों ने आतंकवाद और पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से का इज़हार किया। मार्च के अंत में आतंकवाद और पाकिस्तान का पुतला दहन कर समाज ने अपना रोष जाहिर किया।

इस मौके पर दुर्ग जिला पंचायत के पूर्व सभापति शमशीर कुरैशी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “26 निर्दोष भारतीयों की जान जाने का दुख हर देशवासी के दिल में है। इस त्रासदी को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। अब समय आ गया है कि आतंकवाद को उसकी ही भाषा में जवाब दिया जाए। हमें अपनी सेना पर पूरा विश्वास है कि वे इस हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे।”

पार्षद मलिक कुरैशी ने भी कड़े शब्दों में आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा, “चाहे आतंकवादी कहीं भी छिपे हों, उन्हें ढूंढ-ढूंढकर खत्म कर देना चाहिए। हम धमधा की पूरी मुस्लिम जमात के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में खड़े हैं और आतंकवाद के खिलाफ देश की एकता का संदेश देना चाहते हैं।”

इस विरोध प्रदर्शन में धमधा सदर याकूब कुरैशी, नजीर अहमद, मौलाना नकीब अख्तर, कलीम मोहम्मद कुरैशी, बबला पठान, आरिफ कुरैशी, इमदाद अली, यार मोहम्मद, अकील खान, साबिर कुरैशी, आशिफ कुरैशी, सकलैन रजा, रफीक खान, शौकत कुरैशी, रकीब कुरैशी, इकबाल खान, सलीम कुरैशी समेत बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग शामिल हुए।

विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों ने यह स्पष्ट किया कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और आतंकवादी इंसानियत के दुश्मन होते हैं। मुस्लिम समाज ने यह भी संदेश दिया कि वे देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए सरकार और सेना के साथ खड़े हैं और हर प्रकार के आतंकवाद की खुलकर निंदा करते हैं।

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