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…अब स्कूल सफाई कर्मचारियों ने उठायी नियमितिकरण की मांग, स्कूल खुलने से पहले सफाई कर्मचारियों को भृत्य पद में करें समायोजित

स्कूलों में काम करने पर महज एक महीने में 3000 से 3300 भुगतान किया जाता है। जो की इस महंगाई भरे दौर में इतने कम रुपए में परिवार नहीं चला पाते हैं कर्ज के सहारे जीवन यापन करने को मजबूर रहते हैं ।

रायपुर 19 जून 2024। छत्तीसगढ़ राज्य के सरकारी स्कूलों में पिछले 14 वर्षों से 43301 स्कूल सफाई कर्मचारी कार्यरत है जो स्कूल सुबह 8:00 बजे लगती है उसमें सुबह 8:00 से 10:00 बजे तक कार्य करते है। सुबह 10:00 से लगने वाले स्कूल में 10 से दोपहर 12:00 तक कार्य करते है तथा जो स्कूल दोपहर 12:00 बजे लगता है उसमें दोपहर 12:00 से दोपहर 2:00 तक कार्य करना पड़ता है l स्कूल की छुट्टी होने के बाद दरवाजा, खिड़की,और ताला लगाने के लिए पुनः स्कूल जाना पड़ता है । हमारा काम नाम मात्र का 2 घंटे का है परंतु 2 घंटे से अधिक काम करना पड़ता हैl स्कूलों में कार्य करने के बाद दूसरा कोई काम नहीं मिलता, जिसके कारण एक दिन की मजदूरी दर से वंचित हो जाते हैं l

स्कूलों में काम करने पर महज एक महीने में 3000 से 3300 भुगतान किया जाता है। जो की इस महंगाई भरे दौर में इतने कम रुपए में परिवार नहीं चला पाते हैं कर्ज के सहारे जीवन यापन करने को मजबूर रहते हैं ।संघ की मांगों को पूरा किये जाने को लेकर पूर्व में कांग्रेस सरकार के शासन काल में अनेको बार धरना, आंदोलन, प्रदर्शन ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया तथा संघ की मांगों के लेकर प्रशासनिक स्तर पर कमेटी का गठन भी किया गया था l जिसका नतीजा नहीं निकल पाया l

कर्मचारी संघ को बीजेपी सरकार की डबल इंजन की सरकार से उम्मीदें हैं l की स्कूल शिक्षा विभाग में भृत्य पद की भर्ती किया जाना है जिसमें स्कूल सफाई कर्मचारीयों को 14 वर्ष के अनुभव के आधार पर सर्वप्रथम प्राथमिकता देते हुए सामायोजित करने को लेकर सरकार स्कूल शिक्षा विभाग सचिव, लोक शिक्षण संचालनालय, को ज्ञापन सौपकर मांग किया गया है l

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