RBI का बड़ा कदम: बॉन्ड मार्केट में ऐतिहासिक दर कटौती, अर्थव्यवस्था को मिलेगी रफ्तार

नई दिल्ली।
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने देश की आर्थिक गति को और तेज़ करने के उद्देश्य से बॉन्ड मार्केट में ऐतिहासिक दरों में कटौती का बड़ा फैसला लिया है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब देश महंगाई, बेरोजगारी और वैश्विक आर्थिक दबावों से जूझ रहा है। बाजार विशेषज्ञ इसे एक गति देने वाला आर्थिक इंजेक्शन मान रहे हैं।
किस दर में की गई कटौती?
RBI ने रेपो रेट में 0.50% की कटौती की है, जो कि पिछले पांच वर्षों में सबसे बड़ी कटौती मानी जा रही है। इसके साथ ही बॉन्ड यील्ड्स में गिरावट देखी गई है, जिससे बाजार में तेजी का रुख बन गया है।
क्या होगा असर?
सरकारी बॉन्ड्स की कीमतें बढ़ीं – निवेशकों का रुझान बढ़ा
होम और ऑटो लोन सस्ते हो सकते हैं – EMI कम होने की उम्मीद
बाजार में तरलता (liquidity) बढ़ेगी – कंपनियों को पूंजी जुटाना आसान
रोजगार के अवसर बढ़ सकते हैं – निवेश और उत्पादन में तेजी से
एक्सपर्ट्स क्या कह रहे हैं?
HSBC के अर्थशास्त्री दीपक मिश्रा का कहना है,
“RBI का यह कदम आर्थिक पुनरुद्धार के लिए निर्णायक हो सकता है, खासकर उस समय जब वैश्विक बाजार अनिश्चित हैं।”
शेयर बाजार पर असर
सेंसेक्स में 700 अंकों की छलांग, निफ्टी भी 200 अंक उछला
बैंकिंग और रियल एस्टेट सेक्टर में सबसे ज्यादा तेजी देखी गई
निवेशकों की भावनाओं में सकारात्मकता