FD दरों में कटौती के बीच वरिष्ठ नागरिकों के लिए ये निवेश योजनाएं बनीं बेहतर विकल्प

FD दरों में कटौती  : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा हाल ही में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर इसे 6.25% से घटाकर 6% कर दिया गया है। इसके बाद देश के कई प्रमुख बैंकों – भारतीय स्टेट बैंक (SBI), आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक – ने अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरों में कमी की है।

FD दरों में कटौती के बीच वरिष्ठ नागरिकों के लिए ये निवेश योजनाएं

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हालांकि बैंकों की FD दरें कम होने से निवेशकों को झटका लगा है, मगर वरिष्ठ नागरिकों (Senior Citizens) के लिए अब भी कुछ बेहतरीन निवेश विकल्प उपलब्ध हैं, जो अधिक ब्याज और सुरक्षित रिटर्न की गारंटी देते हैं।

बैंकों की बदली FD दरें:

  • SBI ने कुछ अवधि की FD पर दरें घटाई हैं, हालांकि वरिष्ठ नागरिकों को अब 7.8% तक का ब्याज मिल रहा है।

  • कोटक महिंद्रा बैंक ने 15 बेसिस प्वाइंट तक की कटौती की है, नई दरें अब 3.25% से 7.80% के बीच हैं।

  • एचडीएफसी बैंक ने मामूली कटौती की है, लेकिन वरिष्ठ नागरिकों को 7.5% तक ब्याज अभी भी मिल रहा है।

  • आईसीआईसीआई बैंक ने भी संशोधन किया है, वरिष्ठ नागरिकों के लिए दरें 7.5% से 7.8% के बीच हैं।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए टॉप निवेश विकल्प:

  1. वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS):
    सरकार द्वारा संचालित योजना में 8.2% वार्षिक ब्याज, 5 साल की लॉक-इन अवधि और अधिकतम 30 लाख रुपये तक का निवेश संभव।

  2. पोस्ट ऑफिस मासिक आय योजना (POMIS):
    इस स्कीम में 7.4% वार्षिक ब्याज मिलता है और 9 लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है।

  3. प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY):
    वरिष्ठ नागरिकों के लिए पेंशन योजना जिसमें 7.4% ब्याज, और 15 लाख रुपये तक निवेश की अनुमति है।

  4. डेट म्यूचुअल फंड:
    बॉन्ड्स और फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज में निवेश का विकल्प, जहां 6% से 8% तक का रिटर्न मिल सकता है।

  5. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC):
    पोस्ट ऑफिस की यह योजना 7.7% ब्याज और सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ देती है।

  6. कॉर्पोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट:
    AAA रेटेड कंपनियों में निवेश पर 7.5% से 8.5% तक ब्याज। मध्यम जोखिम के साथ बेहतर रिटर्न।

  7. लाभांश देने वाले शेयर:
    नियमित लाभांश देने वाली कंपनियों के शेयरों में निवेश से दीर्घकालिक आय और पूंजी में वृद्धि संभव।

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