सबसे निचले स्तर पर पहुंचा रुपया: Dollar के मुकाबले Indian currency में गिरावट जारी, ये है वजह

नई दिल्ली: भारतीय रुपया Dollar के मुकाबले लगातार गिरता जा रहा है और यह अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। एक डॉलर की कीमत 85.97 रुपये तक पहुंच गई, जो Indian currency के लिए एक चिंता का विषय बन गया है। रुपया के कमजोर होने की प्रमुख वजह डॉलर की मजबूती और घरेलू शेयर बाजार में जारी गिरावट बताई जा रही है। Electronics Components बनाने वाली कंपनियों को मिलेगा पांच अरब डॉलर का प्रोत्साहन, चीन को लगेगा झटका

Dollar के मुकाबले Indian currency में गिरावट जारी

Dollar
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विशेषज्ञों का मानना है कि डॉलर इंडेक्स 109 के ऊपर बना हुआ है, जो पिछले दो सालों का उच्चतम स्तर है। डॉलर की बढ़ती ताकत के कारण रुपये पर दबाव बढ़ा है। इसके अलावा, घरेलू शेयर बाजार में गिरावट भी रुपये के कमजोर होने का एक प्रमुख कारण है। गुरुवार को भी रुपया में गिरावट देखी गई थी, जब एक डॉलर की कीमत 85.93 रुपये रही।

यह चौथा लगातार दिन है जब रुपया अपने पिछले रिकॉर्ड निचले स्तर से नीचे बंद हुआ है। साथ ही यह दसवां हफ्ता है, जब भारतीय रुपया गिरावट के दौर से गुजर रहा है। निवेशक और अर्थशास्त्री इस गिरावट के कारणों का विश्लेषण कर रहे हैं, जिसमें अमेरिकी नॉन-फार्म पेरोल डेटा का भी प्रमुख योगदान है। इस डेटा का असर फेडरल रिजर्व की दर कटौती की संभावनाओं पर पड़ सकता है, जो भविष्य में रुपये की स्थिति को प्रभावित कर सकता है।

हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के निर्देशों का पालन करते हुए कुछ सरकारी बैंकों ने डॉलर की बिक्री की, जिससे रुपये की गिरावट को थोड़ी राहत मिली। इस कदम से रुपये की गिरावट को सीमित करने में मदद मिली है, लेकिन डॉलर की मजबूती और वैश्विक बाजारों में चल रही अस्थिरता के बीच रुपया अभी भी दबाव में है।

रुपये की इस गिरावट से आम उपभोक्ताओं पर असर पड़ सकता है, क्योंकि आयातित सामान महंगे हो सकते हैं और महंगाई में वृद्धि हो सकती है। इसके साथ ही, विदेशी निवेशकों के लिए भारत में निवेश करना भी अधिक महंगा हो सकता है।

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