शबरी मंदिर निर्माण हेतु सवरा समाज ने मुख्यमंत्री निवास में सौंपा मांग पत्र, सीएम की धर्मपत्नी कौशल्या साय ने दिया आश्वासन

रायपुर 7 मई 2025। छत्तीसगढ़ सवरा समाज, पूर्वी रायगढ़-जशपुर क्षेत्र के सामाजिक प्रतिनिधियों ने रायपुर स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय ‘बगिया’ पहुंचकर ग्राम लिबरा (ब्लॉक तमनार) और ग्राम गंझीयाडीह (ब्लॉक फरसाबहार) में शबरी माता मंदिर निर्माण की मांग को लेकर मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या विष्णुदेव साय को ज्ञापन सौंपा। समाज ने आदिवासी परंपराओं के संरक्षण और धार्मिक भावनाओं की पूर्ति हेतु यह मांग रखी, जिस पर सकारात्मक आश्वासन प्राप्त हुआ।
इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सवरा समाज के जिलाध्यक्ष सुना धर विशाल कर रहे थे। उनके साथ जिला सचिव दिलीप भोय, ब्लॉक अध्यक्ष माया राम सरल, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष टिकेनोनी विशाल, पूर्व जिलाध्यक्ष टिकेश्वर भोय, अन्य समाजिक पदाधिकारी एवं महिला मंडल की सदस्याएं भी उपस्थित रहीं।
जिलाध्यक्ष सुना धर विशाल ने कौशल्या विष्णुदेव साय को बताया कि ग्राम गंझीयाडीह में वर्ष 1972 से लगातार शबरी माता की पूजा-अर्चना की जा रही है। वहीं, ग्राम लिबरा में भी समाज के लोग माता शबरी की पूजा करते हैं। दोनों स्थानों पर श्रद्धालुओं की आस्था को दृष्टिगत रखते हुए मंदिर निर्माण की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही है।
सांस्कृतिक संरक्षण की पहल
सवरा समाज ने यह स्पष्ट किया कि शबरी माता समाज की आराध्य कुलदेवी हैं और उनके मंदिरों का निर्माण आदिवासी संस्कृति व परंपराओं के संरक्षण के लिए अत्यंत आवश्यक है। समाज की अगली पीढ़ियों को धार्मिक पहचान और सांस्कृतिक दिशा देने हेतु यह पहल की गई है।मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या विष्णुदेव साय ने प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि दोनों गांवों में मंदिर निर्माण की मांग को सरकार तक पहुंचाकर शीघ्र आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
समाज ने जताया आभार
सवरा समाज की टीम ने मुख्यमंत्री निवास में मिले सकारात्मक सहयोग पर श्रीमती कौशल्या विष्णुदेव साय का हृदय से आभार व्यक्त किया। इस दौरान 50 से अधिक महिला और पुरुष समाज सदस्य उपस्थित थे, जिन्होंने मांग को सामूहिक रूप से प्रस्तुत किया।यह पहल न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ी है, बल्कि सामाजिक संगठन की जागरूकता और नेतृत्व क्षमता को भी दर्शाती है। सवरा समाज का यह प्रयास निश्चित ही आदिवासी परंपरा और सामाजिक एकता के लिए एक मजबूत कदम है।