युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में गंभीर खामियां: जशपुर जिलाध्यक्ष ने लगाए आरोप, पारदर्शिता पर उठाये सवाल

जशपुर, 1 जून 2025।छत्तीसगढ़ में शिक्षकों के समायोजन और युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को लेकर पूरे प्रदेश में असंतोष का माहौल बनता जा रहा है। कई जिलों से प्रक्रिया में अनियमितता और पारदर्शिता की कमी की शिकायतें सामने आ रही हैं। जशपुर जिले में भी युक्तियुक्तकरण को लेकर शिक्षकों ने गंभीर आपत्तियाँ जताई हैं।
शिक्षक साझा मंच जशपुर के जिला संचालक मंडल अनिल श्रीवास्तव, विनय सिंह, संतोष टांडे, अजय गुप्ता,सत्यम नायक, अनिल बेहरा, महेश यादव ने युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में भारी खामियों का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासनिक स्तर पर प्रक्रिया को जल्दबाजी में और बिना स्पष्ट दिशा-निर्देशों के लागू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि—
अतिशेष शिक्षकों की सूची का प्रकाशन अब तक नहीं किया गया है, जिससे संबंधित शिक्षक यह नहीं जान पा रहे कि वे इस सूची में शामिल हैं या नहीं।
प्रभावित शिक्षकों से दावा-आपत्ति नहीं ली गई है, जिससे उन्हें अपनी स्थिति स्पष्ट करने का अवसर ही नहीं मिल सका है।
उन्होंने मांग की है कि दावा-आपत्ति के लिए कम से कम 7 दिनों का समय प्रदान किया जाए, ताकि शिक्षक उचित दस्तावेज और आधार प्रस्तुत कर सकें।
युक्तियुक्तकरण के लिए जिन स्कूलों में रिक्त पद हैं, उनकी सूची सार्वजनिक की जाए, जिससे समायोजन की प्रक्रिया पारदर्शी और स्पष्ट हो सके।
रिक्त और अतिशेष दोनों प्रकार के शिक्षकों की सूची जारी की जाए, ताकि समायोजन के संभावित विकल्प सामने आ सकें।
सबसे अहम प्रश्न यह है कि जिन शिक्षकों का समायोजन इस जिले में नहीं हो सकता, उन्हें किन स्थानों पर भेजा जाएगा, इसकी जानकारी भी प्रशासन को देनी चाहिए।
प्रदेश के अन्य जिलों से भी ऐसी ही शिकायतें आ रही हैं, जहां काउंसिलिंग की तिथि तो घोषित कर दी गई है, लेकिन सूची, रिक्त पदों का विवरण, और आपत्तियों के लिए आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी नहीं की गईं। इससे शिक्षकों में असमंजस और आक्रोश की स्थिति बनी हुई है।
शिक्षक संगठनों का कहना है कि युक्तियुक्तकरण जैसे संवेदनशील विषय में जल्दबाजी और अपारदर्शिता से शिक्षा व्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यदि समय रहते प्रक्रिया को व्यवस्थित नहीं किया गया, तो यह शिक्षकों के बीच असंतोष का कारण बनेगा और प्रशासन की साख पर भी सवाल उठेंगे।
शिक्षक संगठनों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि युक्तियुक्तकरण की पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी, चरणबद्ध और शिक्षकों से संवाद के साथ संचालित किया जाए, ताकि कोई भी शिक्षक अन्याय और भ्रम का शिकार न हो।
प्रांतीय निर्देशानुसार साँझा मंच जशपुर जिला के सभी अतिशेष शिक्षक साथियो/ समस्त संघो के प्रांतीय सह संचालको जिलाध्यक्षों(जिला संचालकों) एवं जिला सह संचालको सभी ब्लॉक अध्यक्षों(ब्लॉक संचालकों) के सामूहिक नेतृत्व में दिनांक 02-06-2025 को प्रातः 9:30 बजे से काउंसलिंग का बहिष्कार रणजीता स्टेडियम जशपुर धरना स्थल पर किया जाएगा।
कोई भी शिक्षक काउंसिलिंग में भाग लेते है तो माना जायेगा कि वह सेटअप 2008 का विरोधी है, काउंसिलिंग सेंटर में निगरानी भी साँझा मंच द्वारा किया जाएगा।
जशपुर जिला के सभी अतिशेष शिक्षकों से अपील है कि वे पालक, छात्र, शिक्षक व शिक्षा गुणवत्ता के हित में स्वयं काउंसिलिंग का बहिष्कार करते हुए सेटअप 2008 के समर्थन व संरक्षण में शामिल होकर शिक्षक एकता को मजबूत करें