शाहबेरी फ्लाईओवर को मिली मंजूरी, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के बीच ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत!

ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी गांव और गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक के बीच यातायात की समस्या जल्द ही दूर होने वाली है। दोनों जगहों को जोड़ने वाले फ्लाईओवर के निर्माण कार्य को मंजूरी मिल गई है, और इसका काम जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (GNIDA) ने इस बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है। अब विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जाएगी, जिसके बाद निर्माण कार्य का आगाज होगा। यह फ्लाईओवर ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा और जेवर एयरपोर्ट तक यात्रा करने वाले लोगों को काफी सहूलियत देगा।

CRRI तैयार कर रहा है डीपीआर

केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (CRRI) की एक टीम ने इस प्रोजेक्ट के लिए प्रारंभिक साइट मूल्यांकन पूरा कर लिया है और अब विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार कर रही है। शाहबेरी फ्लाईओवर बनने से ग्रेटर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और पश्चिमी यूपी के यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी। फ्लाईओवर का प्रस्तावित आकार लगभग 3.8 किलोमीटर लंबा और 16 मीटर चौड़ा होगा, जिससे यात्रियों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।


GNIDA ने CRRI को भेजा पत्र

ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GNIDA) ने डीपीआर तैयार करने के लिए CRRI को पत्र भेज दिया है। इस रिपोर्ट को पहले प्राधिकरण बोर्ड के सामने रखा जाएगा, और उसके बाद राज्य सरकार से इसकी अंतिम मंजूरी ली जाएगी। फ्लाईओवर के साथ-साथ 16 मीटर चौड़ाई के दायरे में 4 किलोमीटर के निर्माण की भी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। उम्मीद है कि अप्रैल 2025 तक जेवर एयरपोर्ट व्यावसायिक उपयोग के लिए शुरू हो जाएगा। इसी को ध्यान में रखते हुए प्राधिकरण सभी सड़कों को सुधारने के लिए तेजी से काम कर रहा है।

एलिवेटेड रोड के लिए भेजे गए दो प्रस्ताव

CRRI ने GNIDA को शाहबेरी फ्लाईओवर के निर्माण के लिए दो प्रस्ताव भेजे थे – पहला 14 मीटर चौड़ा और दूसरा 16 मीटर चौड़ा फ्लाईओवर। प्राधिकरण ने 16 मीटर चौड़े फ्लाईओवर को मंजूरी दे दी है, जो ज्यादा यातायात को संभालने में सक्षम होगा।

फ्लाईओवर के निर्माण से ट्रैफिक की समस्या होगी दूर

शाहबेरी और क्रॉसिंग रिपब्लिक को जोड़ने वाली 1 किलोमीटर लंबी सड़क वर्तमान में 15 मीटर चौड़ी है, लेकिन यहां हमेशा भारी ट्रैफिक रहता है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और नोएडा लिंक रोड तक पहुंचने के लिए भी कई यात्री इस सड़क का उपयोग करते हैं। इस वजह से यहां अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। बेतरतीब पार्किंग और स्थानीय दुकानों द्वारा किए गए अतिक्रमण से स्थिति और भी खराब हो जाती है।

फ्लाईओवर बनने के बाद इन समस्याओं से निजात मिलेगी और गाजियाबाद व ग्रेटर नोएडा के बीच ट्रैफिक सुगम होगा। इसके साथ ही जेवर एयरपोर्ट तक जाने वाले यात्रियों को भी बेहतर और तेज़ यातायात सुविधा मिलेगी।

Related Articles