भाड़े पर बैंक अकाउंट…फर्जी दस्तावेज से सिम कार्ड, ऐसे चल रही थी फर्जीवाड़े की फैक्ट्री, तीन आरोपी गिरफ्तार

सरगुजा 31 मई 2025। फर्जी सिम और म्यूल एकाउंट के जरिए साइबर ठगी को अंजाम देने वाले गैंग का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने भोले-भाले ग्रामीणों को नगद रकम का लालच देकर उनके दस्तावेज हासिल कर फर्जी बैंक खाते और सिम कार्ड जारी कर साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया। मामले में अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
सरगुजा पुलिस ने साइबर अपराध के एक संगठित नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो फर्जी बैंक खातों (म्यूल एकाउंट) और मोबाइल सिम कार्ड के माध्यम से साइबर ठगी की घटनाओं में लिप्त थे। यह कार्रवाई थाना कोतवाली पुलिस टीम द्वारा की गई, जिसमें आरोपी भोले-भाले ग्रामीणों को नगद रकम का लालच देकर उनके नाम पर बैंक खाते और सिम कार्ड खुलवाते थे।
इस मामले की जानकारी भारतीय साइबर अपराध समन्वय केन्द्र (I4C) द्वारा संचालित पोर्टल से प्राप्त हुई, जिसके तहत फर्जी मोबाइल नंबर और म्यूल एकाउंट से संबंधित मामलों में सख्त कार्रवाई के निर्देश पुलिस मुख्यालय रायपुर से जारी किए गए थे। इसी के पालन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुमार अग्रवाल (भा.पु.से.) के निर्देश पर थाना कोतवाली पुलिस ने जांच आरंभ की।
पुलिस द्वारा दर्ज शिकायतों में पीड़ितों ने बताया कि वर्ष 2024 में आरोपी उन्हें 1000 रुपये का लालच देकर अपने दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और फोटो लेकर बैंक खाता खुलवाते थे। इसके बाद आरोपी उन खातों के पासबुक, एटीएम और चेकबुक अपने पास रख लेते थे और इन खातों का उपयोग अपराध से अर्जित धनराशि के लेनदेन में करते थे।
प्रकरण में दर्ज शिकायत पर अपराध क्रमांक 357/25 धारा 318(4), 3(5), 61(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच के दौरान तीन आरोपियों – रवि कश्यप (30), अमलेश्वर कुमार वैष्णव (25) और गौतम सिंह (26) को गिरफ्तार किया गया, जिन्होंने पूछताछ में स्वीकार किया कि वे पीड़ितों के दस्तावेज लेकर उनके नाम पर खाते खुलवाते और बाद में अन्य गिरोह के सदस्यों को सौंप देते थे।