शिक्षक नेता हिरासत में: councelling का विरोध कर रहे शिक्षक नेता हिरासत में, शिक्षक संगठनों ने जतायी नाराजगी, कहा, “तुरंत रिहा करो, नहीं तो पूरे प्रदेश भर में आंदोलन “

राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ में शिक्षक युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को लेकर चल रहे विरोध ने शुक्रवार को और तूल पकड़ लिया, जब शालेय शिक्षक संघ के प्रांतीय पदाधिकारी एवं साझा शिक्षक मंच के प्रांतीय उपसंचालक सुशील शर्मा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सुशील शर्मा राजनांदगांव में आयोजित काउंसलिंग सेंटर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, तभी उन्हें पुलिस द्वारा बसंतपुर थाना ले जाया गया।
शिक्षक संगठनों में आक्रोश, तत्काल रिहाई की मांग
सुशील शर्मा की गिरफ्तारी के बाद शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ ने गंभीर नाराजगी जताई है। मंच की ओर से जाकर साहू ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि,
“शिक्षकों की आवाज को दबाने का प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर सुशील शर्मा को तत्काल रिहा नहीं किया गया, तो पूरे प्रदेश में शिक्षक उग्र विरोध करेंगे और जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि
“शिक्षक केवल अपने हक और शिक्षा की गुणवत्ता के लिए लड़ रहे हैं, ऐसे में पुलिस की यह कार्रवाई दमनात्मक और अलोकतांत्रिक है।”
मुख्य मांगें
सुशील शर्मा की अविलंब रिहाई
युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को SETUP 2008 के आधार पर पारदर्शिता से लागू किया जाए
शहरी स्कूलों के अतिशेष शिक्षकों को ग्रामीण क्षेत्रों की शिक्षकविहीन शालाओं में भेजा जाए
बिना शिक्षक संवाद और सहमति के की जा रही काउंसलिंग स्थगित की जाए
हाल के दिनों में छत्तीसगढ़ में शिक्षक युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को लेकर शिक्षक संगठनों का गहरा असंतोष सामने आया है। शिक्षक संगठनों का आरोप है कि यह प्रक्रिया मनमानी, राजनीतिक दबाव और शहरी-ग्रामीण असमानता से ग्रसित है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की स्कूल व्यवस्था चरमराने की आशंका है।
आगे की रणनीति
साझा मंच ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि सुशील शर्मा की रिहाई नहीं हुई, तो प्रदेश भर में आंदोलन तेज किया जाएगा और शिक्षक समाज संगठित होकर सड़क पर उतरेगा।