शिक्षकों का सत्याग्रह: 2 अक्टूबर को शिक्षक संघर्ष मोर्चा दिखायेगा अपनी ताकत, वेतन विसंगति, क्रमोन्नति, पूर्व सेवा गणना, DA सहित ये है मांगें
रायपुर 30 सितंबर 2024। छत्तीसगढ़ में शिक्षकों ने आंदोलन की हुंकार भर ली है। इसकी शुरुआत 2 अक्टूबर से राजधानी रायपुर में होगी। राजधानी में सत्याग्रह पदयात्रा निकालकर आंदोलन के पहले चरण की शुरुआत होगी। शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले होने वाले आंदोलन में शिक्षकों से जुड़े वो तमाम मुद्दे हैं, जिससे प्रदेश के लाखों शिक्षक या तो वर्षों से प्रभावित हैं या फिर मोदी की गारंटी में शामिल मांगों को पूरा किये जाने का शिक्षक इंतजार कर रहे हैं। आंदोलन को लेकर आज शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, वित्त मंत्री, मुख्य सचिव, शिक्षा सचिव और डीपीआई को जानकारी भेज दी है।
संघर्ष मोर्चा की ये है मांगें :-
1मोदी ज़ी क़े गारंटी क़े तहत , सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति दूर कर,क्रमोन्नत वेतनमान प्रदान किया जावे
2, समतुल्य वेतनमान (पुनरीक्षित वेतनमान ) में सही वेतन का निर्धारण कर 1.86 के गुणांक पर वेतन निर्धारण किया जावे
3, पूर्व सेवा अवधि की गणना करते हुए समस्त शिक्षक एलबी संवर्ग के पुरानी पेंशन को निर्धारित करें एवं भारत सरकार द्वारा 2 सितंबर 2008 को जारी आदेश के समान 33 वर्ष में पूर्ण पेंशन के स्थान पर 20 वर्ष में पूर्ण पेंशन का प्रावधान किया जावे
4,उच्च न्यायालय बिलासपुर द्वारा याचिका क्रमांक WA/261/2024 में डबल बैंच द्वारा पारित निर्णय दिनांक 28/02/2024 के तहत सभी पात्र एल बी संवर्ग के शिक्षको के लिए क्रमोन्नति/समयमान का विभागीय आदेश किया जावे।
5, शिक्षक व कर्मचारियों को केंद्र के समान 01 जनवरी 2024 से 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जाये तथा जुलाई 2019 से देय तिथि पर महंगाई भत्ते के एरियर राशि का समायोजन जीपीएफ/सीजीपीएफ खाता में किया जाए।
संघर्ष मोर्चा ने शिक्षकों से की ये अपील
मनीष मिश्रा, संजय शर्मा, विरेंद्र दुबे और विकास राजपूत ने संयुक्त रूप से जानकारी देते हुए बताया कि शिक्षकों से जुड़े कई मुद्दों पर सरकार की अनदेखी से शिक्षकों का हित प्रभावित हो रहा है। हम सबने पहले ज्ञापन के जरिये सरकार तक अपनी बातों को पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन मांगों पर सरकार का रुख स्पष्ट नहीं देख, आंदोलन को मजबूर होना पड़ा है। मोर्चा ने कहा कि ढाई महीने के आंदोलन की रणनीति तैयार की गयी है, जिसमें सत्याग्रह से लेकर ज्ञापन सौंपने व राजधानी में मार्च करने तक की रणनीति शामिल हैं। बैठक में मोर्चा के प्रदेश संयोजकों ने कहा कि यह समय शिक्षकों की एकजुटता का है, शिक्षक मोर्चा प्रदेश भर के शिक्षक संघ एवं शिक्षकों से अपील करता है कि वो शिक्षक हित के लिए आगे आयें।
क्या है शिक्षक मोर्चा की रणनीति
- वहीं 2 अक्टूबर को शिक्षकों का बड़ा आंदोलन राजधानी रायपुर में होगा। इस दौरान प्रदेश भर के शिक्षक राजधानी में सत्याग्रह करेंगे। इस दौरान प्रदेश भर के शिक्षक गांधी टोपी लगाकर रायपुर के जयस्तंभ चौक से लेकर गांधी मैदान तक शांति यात्रा निकालेंगे। इस दौरान पूर्ण सेवा गणना और महंगाई भत्ता की मांग पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया जायेगा।
- 14 अक्टूबर को आंदोलन को फिर से जिला मुख्यालय पर केंद्रित किया जायेगा। इस दौरान प्रत्येक जिला मुख्यालय में कलेक्टर और डीईओ को ज्ञापन सौंपा जायेगा और सरकार तक शिक्षकों की मांगों को पहुंचाने की कोशिश की जायेगी।
- 1 नवंबर को प्रदेश भर के शिक्षक फिर से लामबंद होंगे। इस दौरान दो सूत्री मांगों को लेकर 1 नववंबर को पूर्ण सेवा गणना दीप जलाया जायेगा। साथ ही मीडिया और अन्य सोशल मीडिया के माध्यम के शिक्षकों तक मांगों को पहुंचाया जायेगा।
- 11 नवंबर को ब्लाक मुख्यालय पर मुख्यमंत्री, डीईओ, बीईओ के नाम ज्ञापन सौंपा जायेगा।
- 12 नवंबर से 24 नवंबर तक मांगों को लेकर सांसद, विधायक, नगरीय जनप्रतिनिधि, सरपंच को ज्ञापन सौंपा जायेगा।
- 25 नवंबर को शिक्षक मोर्चा के आह्वान पर राजधानी रायपुर में बड़ा प्रदर्शन होगा। इस दौरान इंद्रावती से मंत्रालय तक रैली निकाली जायेगी और मंत्रालय में जाकर शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जायेगा।