आपत्तिजनक टैग लाइन लिखकर संवाद आयोजित करना पड़ा अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को भारी…. शिक्षक नेता की पोस्ट के बाद शिक्षकों का जमकर फूटा गुस्सा…जबरदस्त विरोध की तैयारी शुरू
रायपुर 24 अप्रैल 2022। सरकारी स्कूलों के साथ मिलकर शिक्षा व्यवस्था पर काम करने का दावा करने वाले अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के कार्यक्रम को लेकर शिक्षकों का गुस्सा फूट पड़ा है। इसकी वजह है संवाद के नाम पर धार्मिक आस्था के केंद्र को मानसिक गुलामी का रास्ता बताना। जी हां, स्वयं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के द्वारा कार्यक्रम आयोजित करके प्रचार करते समय इसी लाइन को बोल्ड करके खास तौर पर प्रचारित किया गया है और यह बताने की कोशिश की गई है कि पूरा संवाद इसी पर केंद्रित रहेगा जिसमें महामना ज्योतिबा फुले की जयंती के उपलक्ष्य में टीएलसी पामगढ़ में संवाद कार्यक्रम रखा गया है। इस कार्यक्रम में शिक्षकों को भी आमंत्रित किया गया है । महामना की जयंती के उपलक्ष्य में जिस विषय पर खास तौर पर ध्यान केंद्रित करते हुए संवाद स्थापित किया गया है उसमे मंदिर के नाम पर आपत्तिजनक टैग लिखा गया था।
जैसे ही यह पोस्ट वायरल हुआ सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे ने अपने फेसबुक पेज समेत प्रदेश के शिक्षकों के अन्य ग्रुप में इस पोस्ट को वायरल करते हुए इसकी तीखी आलोचना की और उन्होंने लिखा कि आखिरकार धार्मिक सद्भावना को छिन्न-भिन्न करने वाला ऐसा विषय रखा ही क्यों जा रहा है और इसके पीछे का एजेंडा क्या है , उन्होंने यह सवाल भी पूछा कि महान पुरुषों के आड़ में यदि धर्म को लेकर कोई एजेंडा सेट करने की कोशिश है तो वहां बहुत से महान पुरुषों ने अन्य धर्मों के विषय में भी बहुत कुछ कहा है क्या यह संस्था उस विषय पर संवाद स्थापित करने की ताकत रखती है और आखिरकार ऐसे विषयों पर संवाद स्थापित करने के नाम पर यह खेल खेलने की आवश्यकता ही क्यों है , उन्होंने अपने शिक्षक साथियों से भी अपील की कि यदि इस प्रकार का कोई विषय आपके समक्ष आता है तो हमें अवगत कराएं ।
जिसके बाद शिक्षकों ने एक सुर में इस पूरे प्रोग्राम का जमकर विरोध किया है और इस बात का भी खुलासा किया की पहले भी करवाचौथ और अन्य रीति-रिवाजों को लेकर अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा ऐसी ही कोशिश की गई है । इधर इस पूरे मसले के बाद सर्व शिक्षक संघ इस पूरे मामले की शिकायत उच्च स्तर पर करने की तैयारी में जुट गया है ।
फाउंडेशन ने मांगी माफी
इधर सोशल मीडिया में हुई किरीकिरी के बाद फाउंडेशन ने 25 अप्रैल को होने वाले अपने कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। वहीं फाउंडेशन की तरफ से आपत्तिजनक टैग पर माफी भी मांगी गयी है। फाउंडेशन की तरफ से मुनीर ने माफीनामा जारी करते हुए लिखा है ….