मुख्यमंत्री का हेलाकॉप्टर उतरा माथामौर गांव, अचानक मुख्यमंत्री को देख हैरत में पड़ गये ग्रामीण, ग्रामीणों से ले रहे ग्राउंड रिपोर्ट

Sushasan Tihar: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का हेलीकाप्टर बुधवार को अचानक मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के सुदूरवर्ती आदिवासी बहुल गांव माथमौर में उतरा। बिना पूर्व सूचना के पहुंचे मुख्यमंत्री को देखकर गांव में उत्साह और खुशी की लहर दौड़ गई। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से सीधा संवाद कर शासकीय योजनाओं की जमीनी हकीकत जानी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्य के सुदूरवर्ती और सीमावर्ती गांवों तक सरकार की पहुंच और जनसेवा की प्रतिबद्धता को सिद्ध करते हुए बुधवार को मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के अत्यंत दूरस्थ गांव माथमौर का दौरा किया। यह गांव मध्यप्रदेश की सीमा से लगा हुआ आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जहां पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने अचानक पहुंचकर आमजन से सीधे संवाद किया।
मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर जैसे ही माथमौर गांव के समीप उतरा, हेलिकॉप्टर की आवाज सुनकर ग्रामीण दौड़ते हुए वहां पहुंच गए। मुख्यमंत्री को अपने बीच देखकर ग्रामीणों के चेहरों पर खुशी और आश्चर्य झलक उठा। “मुख्यमंत्री जिंदाबाद” के नारों से पूरा गांव गूंज उठा। कई ग्रामीणों ने तत्क्षण पास के पेड़ों से फूल तोड़कर गुलदस्ता तैयार किया और उनका आत्मीय स्वागत किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी के जयकारों से अपनी बात की शुरुआत की। उन्होंने गांव के सरपंच को पास में बिठाकर ग्रामीणों से संवाद शुरू किया। ग्रामीणों ने योजनाओं के लाभ, समस्याओं और जरूरतों के बारे में खुलकर बात रखी। मुख्यमंत्री ने बेहद संवेदनशीलता और ध्यान से ग्रामीणों की बातों को सुना और अधिकारियों को तत्काल निर्देश भी दिए।
ग्रामीणों का कहना था कि उन्हें विश्वास नहीं था कि मुख्यमंत्री स्वयं उनके गांव आएंगे। कुछ बुजुर्ग और महिलाएं भावुक भी हो गईं। श्री साय ने बच्चों से भी बातचीत की और उनकी पढ़ाई-लिखाई की जानकारी ली। उन्होंने प्राथमिक स्कूल और स्वास्थ्य उपकेंद्र की स्थिति का भी जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की प्राथमिकता है कि अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन की प्रत्येक योजना का लाभ सही और पारदर्शी तरीके से पात्र व्यक्तियों तक पहुंचे।
मुख्यमंत्री का यह दौरा शासन की संवेदनशीलता और सेवा भावना का प्रतीक बन गया। ग्रामीणों ने इस अनपेक्षित भेंट को अपने जीवन का अविस्मरणीय पल बताया।