रायगढ़ मेडिकल कॉलेज के पैथोलॉजी कॉन्फ़्रेंस में नवाचार और उत्कृष्टता का मिलन, कांफ्रेंस सम्मेलन की हुई शुरुआत

रायगढ़ 11 जनवरी 2025। स्वर्गीय श्री लखीराम अग्रवाल स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के पैथोलॉजी विभाग द्वारा दिनांक 10 जनवरी से 12 जनवरी तक रायगढ मेडिकल कॉलेज के ऑडिटोरियम में इंडियन एसोसिएशन ऑफ पैथोलाजिस्ट्स एंड माइक्रोबायोलॉजिस्ट्स के (CAPCON 2024-25) छत्तीसगढ़ चैप्टर का तीन दिवसीय 20वाँ वार्षिक कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा हैं । छतीसगढ़ एवं रायगढ़ की परिस्थिति को विशेष रूप से ध्यान में रखते हुए इस कॉन्फ्रेंस का विषय Theme – “UNLOCKING THE SECRETS OF DISEASES – ADVANCES IN PATHOLOGY” ( पैथोलॉजी में रोगों की प्रकृति के रहस्यों को पता लगाना )स्वास्थ्य से संबंधित रखा गया है। आज 11जनवरी 2025को कॉन्फ़्रेस (सम्मेलन ) के इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यअतिथि पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्वास्थ्य विज्ञान एवं आयुष विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के कुलपति डॉ पी. के. पात्रा एवं संचालक चिकित्सा शिक्षा छत्तीसगढ़, डॉ यू.एस .पैकारा के साथ विशेष अतिथि चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ विनीत जैन एवं डॉ ए.एम .लकड़ा विभागाध्यक्ष एनेस्थीसिया ,सहित सम्मानित अतिथि सेक्रेटरी-हीमोफीलिया सोसायटी, भोपाल से वक्ता प्रोफ़ेसर डॉ आर के निगम, (एल एन मेडिकल कॉलेज, भोपाल ) के साथ सीनियर तकनीशियन पैथोलॉजी जी एम सी. भोपाल से श्री के.पी. वर्मा , अध्यक्ष आयोजक- डॉ मनोज कुमार मिंज ,सचिव आयोजक – डॉ रीना नायक , डॉ एस.के.माने (सहायक अस्पताल अधीक्षक ) ,डॉ हरीश उराव, सहित समस्त अतिथियो और प्रतिभागियों की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ ।

अध्यक्ष आयोजक – डॉ मनोज कुमार मिंज , जानकारी साझा कि आज इस सम्मेलन (कॉन्फ्रेस) में अतिथि वक्ता प्रख्यात चिकित्सक एवम् मुख्य वक्ता डॉ राहुल भार्गव (प्रमुख संचालक , क्लीनिकल हैमेटोलॉजी / बीएमटी , फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट , गुरुग्राम दिल्ली ) द्वारा- सिकल सेल बीमारी का उन्नत आधार पर उपचार में तथा ,एआई (आर्टिफिशियल इंटिलिजेंस ) के साथ पैथोलॉजी का सही सरल उपयोग तथा डाटा बेस डिजिटल सोल्यूसन् विषय में विस्तृत चर्चा की गई ।

वक्ता -डॉ सुप्रिता नायक (नागपुर), गांठ के सुई से जाँच की पैथोलॉजी निदान तकनीक में वैज्ञानिक निष्कर्ष अपनी बात रखी।
डॉ सुमा शेषाद्रि (बैंगलोर) ,ने सिनोनसल ट्यूमर और मूत्राशय के ट्यूमर में विश्व स्वास्थ्य संगठन के 5वें संस्करण से बेहतर अपडेट में अपनी जानकारी साझा की ।डॉ डी. एन. लंजेवार (मुंबई) ने क्लीनिकल ऑटोप्सी की ज़रूरत और ऑटोप्सी केयर क्लिनिकोपैथोलॉजिकल कॉन्फ्रेंस एंड केस डिस्कशन किया। साथ ही डॉ हनीश चावड़ा (कोरबा) ने केस डिसकस्यून एवम् ब्रेन स्ट्रॉमिंग सेशन में पीजी द्वारा केस प्रस्तुत किया।

यह एक चिकित्सा शिक्षा के पैथोलॉजी विभाग का एकेडमिक ( शैक्षणिक ) निमंत्रण है जहाँ कई मौखिक और पोस्टर शोध पत्र प्रस्तुत किया गया हैं। साथ ही पैथोलॉजी और स्वास्थ्य देखभाल से संबंधित विषय में नई जानकारी का प्रसार एवम् मरीजो के जाँच तथा उपचार करने के लिए विभिन्न सेमिनार, पैनल चर्चा का आयोजन किया गया है। सदस्य प्रतिभागियों द्वारा विभिन्न मुद्दों पर चर्चा और विचार-विमर्श किया। IAPM छत्तीसगढ़ चैप्टर का अब तक 19 कॉन्फ्रेस सम्मेलन का आयोजन उपरांत रायगढ़ को 20 वां कॉन्फ्रेस की मेजबानी का मौका प्राप्त हुआ हैं ।

उभरते हुए चिकित्सकों के अलावा पीजी छात्रों को सम्मेलन में वर्कशॉप और साइंटिफिक सेशन के माध्यम से काफी लाभ पहुंचता है। इस कॉन्फ्रेंस में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश एवं पड़ोसी राज्य के समस्त चिकित्सक,पैथोलॉजिस्ट एवम् स्वास्थ्य विभाग से संबंधित अधिकारी सहित 200 से अधिक प्रतिभागियों की उपस्थित हुए है ।

स्वास्थ्य मंत्री माननीय श्री श्याम बिहारी जायसवाल जी ने कॉन्फ़्रेश के सम्बद्ध में भेजे शुभकामना पत्र में कहा- इस 03 दिवसीय सम्मेलन में भारत के विभिन्न प्रान्तों के अतिथि वक्ता एवं छ.ग. राज्य के पैथोलॉजिस्ट व स्नातकोत्तर छात्रों की सहभागिता होगी। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह सम्मेलन (कॉन्फ़्रेस)चिकित्सकीय विज्ञान की उन्नति में एवं आमजन मरीजों के जांच तथा ईलाज में सहायक सिद्ध होगा।

माननीय श्री ओ पी चौधरी जी वित्त मंत्री एवं रायगढ़ विधायक ने कॉन्फ़्रेश के सम्बद्ध में भेजे शुभकामना पत्र में कहा -यह सम्मेलन (कॉन्फ़्रेस)के परिणाम चिकित्सा क्षेत्र में अधिक सहयोग, नवाचार और प्रगति को प्रेरित करेंगे। मैं उन सभी के प्रति आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने इसकी सफलता में योगदान दिया है। मैं इस आयोजन के चिकित्सा विज्ञान के भविष्य पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव को देखने के लिए उत्सुक हूँ।

कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा कार्यक्रम संयोजक को इस कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन हेतु बधाई दी गई साथ ही आगामी दिनों में इस तरह के कार्यक्रम करने हेतु निवेदन किया गया ।इस सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्र के प्रतिभागियों द्वारा दो दिन में 30से अधिक शोधपत्र पढ़ कर प्रस्तुत किया गया।

इस कार्यक्रम के आयोजक चिकित्सा महाविद्यालय के पैथोलॉजी विभाग से अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार मिंज एवं सचिव डॉ रीना नायक , डॉ ए.एम .लकड़ा विभागाध्यक्ष एनेस्थीसिया , डॉ एस.के.माने, (सहायक अस्पताल अधीक्षक ) डॉ हरीश उराव, (विभागाध्यक्ष बायोकेमिस्ट्री ) जाइंट सेक्रेटरी डॉ राकेश खूंटे ,ट्रेजरर डॉ किरणलता भगत ,को-ट्रेजरर डॉ मेघा गजेंद्र, सहित डॉ मुकेश भारती ,डॉ मुकुंद अग्रवाल ,डॉ रस्मि पटेल ,डॉ नीतीश पटेल ,रोशन सिंग ,(प्रोग्रामर )एवम् कॉलेज के समस्त डॉक्टर , अधिकारी- कर्मचारी सहित सभी स्टाफ़ का विशेष सहयोग रहा ।

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