Vastu Tips : ईशान कोण का वास्तु महत्व, सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि के लिए रखें इन बातों का ध्यान

Vastu Tips में हर दिशा का विशेष महत्व बताया गया है, लेकिन ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) को सबसे शुभ माना जाता है। इसे देवताओं की दिशा कहा जाता है, जहां से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। सही तरीके से इस दिशा का उपयोग करने से स्वास्थ्य, खुशी और समृद्धि में वृद्धि होती है।
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Vastu Tips : ईशान कोण का वास्तु महत्व

ईशान कोण में क्या होना चाहिए?
- इस दिशा में पूजा घर या मंदिर बनाना शुभ होता है। यह देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है।
- ईशान कोण को ज्ञान, बुद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है, इसलिए यहां बच्चों का कमरा बनाना लाभकारी होता है।
- यह दिशा जल तत्व से संबंधित है, इसलिए यहां अक्वेरियम या छोटा फव्वारा लगाने से भी शुभ फल प्राप्त होते हैं।
ईशान कोण में नहीं होनी चाहिए ये चीजें
- इस दिशा में शौचालय या रसोई नहीं बनानी चाहिए, इससे वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है।
- इस स्थान पर भारी फर्नीचर और जूते-चप्पल रखने से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है।
- ईशान कोण में गंदगी नहीं होनी चाहिए, वरना घर में अशांति और आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती हैं।
इन बातों का रखें खास ध्यान
- इस दिशा को हमेशा स्वच्छ और व्यवस्थित रखें।
- यहां कोई भारी वस्तु नहीं रखनी चाहिए, ताकि सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे।
- काले रंग की वस्तुएं इस दिशा में रखने से बचें, क्योंकि यह नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।