CG- बैंक खातों का बिजनेस: शातिर ने अपने नाम पर खोलवाये 16 अकाउंट, फिर साइबर ठगों को देने लगा किराये पर, गिरफ्तार

कवर्धा 3 जून 2025। साइबर ठगी के बढ़ते मामलों के बीच कवर्धा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने खुद के नाम पर 16 बैंक खाते और माता-पिता के नाम पर दो अतिरिक्त खाते खोलकर देशभर में फैले साइबर अपराधियों को किराए पर दे दिए थे। गिरफ्तार आरोपी का नाम मोहन जायसवाल है, जो पोड़ी चौकी, सुरजपुरा का निवासी है। उस पर देश के 8 राज्यों में ठगी के केस दर्ज हैं।
सोशल मीडिया बना ठगी का जरिया
मोहन जायसवाल सोशल मीडिया के माध्यम से देशभर के साइबर ठगों के संपर्क में आया और फिर एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा बन गया। वह इन खातों को ठगों को किराए पर देता था, जो इनका उपयोग ऑनलाइन धोखाधड़ी में करते थे। आरोपी हर ट्रांजैक्शन पर 10 प्रतिशत कमीशन काटकर शेष राशि को अन्य खातों में ट्रांसफर करता था।
डेढ़ करोड़ से अधिक का लेन-देन
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि इन खातों के जरिए करीब 1.5 करोड़ रुपये से अधिक का ट्रांजैक्शन हुआ है। पुलिस ने मोहन के पास से कई बैंकों की पासबुक, चेकबुक, एटीएम कार्ड और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं। इस मामले की जानकारी कवर्धा एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी।
बैंकिंग प्रणाली पर भी उठे सवाल
इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि एक ही व्यक्ति के नाम पर एक ही बैंक में चार खाते कैसे खोले गए? पुलिस ने इस पर हैरानी जताते हुए कहा है कि अब बैंकिंग संस्थानों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। संभव है कि इस मामले में कुछ बैंक कर्मियों की मिलीभगत सामने आए।
सतर्कता ही बचाव
एसपी ने आम जनता से अपील की है कि कभी भी किसी अजनबी के कहने पर अपना बैंक खाता, डेबिट कार्ड, चेकबुक या पहचान पत्र साझा न करें। उन्होंने कहा कि आजकल साइबर अपराधी भोले-भाले लोगों को बहला-फुसलाकर उनके नाम पर खाते खोलते हैं और फिर उनका उपयोग ठगी में करते हैं।
आगे और गिरफ्तारियां संभव
पूछताछ में आरोपी ने कुछ अन्य नामों का भी खुलासा किया है, जिनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है। माना जा रहा है कि यह गिरफ्तारी साइबर ठगी के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा कर सकती है और इस दिशा में जल्द ही और भी गिरफ्तारियां संभव हैं।