VIDEO : “हमारा प्रदेश का नेता आकर के यहां किसको जीताना और किसको हराना है कहना शुरू कर दे तो क्या होगा” ! कृषि मंत्री नेताम के सामने ननकीराम का छलका दर्द, कहा….मुझे चुनाव हराने एक बार नही तीन-तीन बार बड़े नेताओं ने……!

कोरबा 5 सितंबर 2024। छत्तीसगढ़ में बीजेपी का सदस्यता अभियान युद्ध स्तर पर जारी है। लेकिन कोरबा में बीजेपी के इसी सदस्यता अभियान कार्यक्रम में उस वक्त पार्टी के नेता और कार्यकर्ता सन्न रह गये, जब मंच से पार्टी के वरिष्ठ आदिवासी नेता और पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने अपने ही पार्टी के बड़े नेताओं पर सवाल उठाना शुरू कर दिया। ननकीराम कंवर ने सवाल उठाते हुए कहा कि…..“हमारा प्रदेश का नेता आकर यहां किसको जीताना है और किसको हराना है, ये कहना शुरू कर दे….तो क्या होगा !” ननकीराम कंवर यहीं नही रूके उन्होने आगे यहां तक कह दिया कि …“पार्टी के बड़े नेता उन्हे तीन-तीन बार हराने के लिए कोरबा में डेरा डाले, लेकिन जनता ने उन्हे साल 2018 के चुनाव में जीत दिलायी। शायद बड़े नेताओं का वर्चस्व उस वक्त नही चला होगा या जो प्लानिंग था वो फेल हुआ होगा।” ननकीराम कंवर का ये बयान उस वक्त सामने आया है, जब प्रदेश के कृषि मंत्री रामविचार नेताम जिले में बीजेपी के सदस्यता अभियान का शुभारंभ करने बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे हुए थे।

Telegram Group Follow Now

गौरतलब है कि अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर एक बार फिर चर्चाओं में है। इस बार ननकीराम कंवर ने अपने ही पार्टी के कार्यक्रम में प्रदेश के बड़े नेताओं पर निशाना साधा है। दरअसल 4 सितंबर को कोरबा के सीएसईबी क्लब में सदस्यता अभियान का कार्यक्रम रखा गया था। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कृषि मंत्री रामविचार नेताम कोरबा पहुंचे थे। कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ के बाद सभी नेताओं को मंच पर बोलने के लिए आमंत्रित किया गया, ताकि कार्यकर्ता और पदाधिकारियों को चार्ज किया जा सके। लेकिन मंच से जैसे ही पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने बोलना शुरू किया, वैसे ही हाॅल में सन्नाटा पसर गया। ननकीराम कंवर ने सदस्यता अभियान पर जोर देने के दौरान ही पार्टी के बड़े नेताओं की नीति और नीयत पर एक बार फिर सार्वजनिक मंच से सवाल उठाया।

छत्तीसगढ़ को मिलीं 240 ई-बसें: मुख्यमंत्री की पहल पर रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और दुर्ग-भिलाई में शुरू होगी ई-बस सेवा, लोगों को मिलेगी ये सुविधाएं

मंच से भाषण के दौरान उन्होने कहा कि…….”पार्टी के कार्यक्रम और अभियान के लिए व्यक्तिगत रूप से खर्चा करना चाहिए, लेकिन हम पैसे के पीछे दौड़ रहे है। ऐसा नही है कि पदाधिकारी लोग….नेता लोग ! अब हमारा प्रदेश का नेता आकर के यहां किसको जीताना है,किसको हराना है कहना शुरू कर दे तो क्या होगा ? मैं हारा हूं इसलिए मुझको दुःख नही है, लेकिन मैं तो हारते-हारते कई बार जीता हूं। जिसमें तीन बार तो कम से कम मेरे को बड़े लोग हराने के लिए यहां डेरा डाले थे। एक बार जीता…..हराने आये थे, तो भी जीता….जनता ने जीताया, शायद उनका उस समय वर्चस्त नही चला होगा या जो प्लानिंग था वो फेल हुआ होगा। यानि आप गठबंधन किसी से भी करे और यहां जीताने के लिए पैसा भेजे……प्रदेश का पैसा आया मुझको हराने के लिए !”

मंच से ननकीराम कंवर जब ये सारी बाते बोल रहे थे, तब मंच पर बैठे कृषि मंत्री रामविचार नेताम के साथ ही पार्टी के पदाधिकारी मौन होकर उनका चेहरा देखते नजर आये। बीजेपी के सदस्यता अभियान में भरे मंच से ननकीराम कंवर का जिस तरह से दर्द छलका है, उससे एक बार फिर पार्टी के बड़े नेता सवालों के घेरे में आ गये है। ऐसे में ननकीराम कंवर के इस बयान के बाद जहां कांग्रेस को बैठे-बिठाये मुद्दा मिल गया है। जिससे आने वाले दिनों में राजनीति गरमानी तय मानी जा रही है।

 

 

 

 

 

 

 

NW News