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VIDEO : पहली ही बारिश में खुल गयी कोरबा नगर निगम की पोल, अपने ही वार्ड में घिर गये महापौर, बस्ती के लोगों ने घेरकर कर दिया…..!

कोरबा 12 जून 2024। प्रदेश में भले ही सरकार बदल गयी हो लेकिन सूबे के कई जिलों में सरकारी कामकाज की रफ्तार आज भी पुराने ढर्रे पर ही जारी है। ताजा मामला कोरबा नगर निगम का है। यहां नगर निगम के महापौर के वार्ड में ही जनता समस्याओं से त्रस्त है। बारिश के दिनों में बस्ती में जल भराव की समस्या और गंदे पानी की निकासी के लिए इस वार्ड में में 2 करोड़ की लागत से बन रहा नाला स्थानीय लोगों के लिए आज परेशानी का सबब बन गया है। आलम ये है कि दो दिन पहले हुई तेज बारिश ने निगम की निर्माण कार्यो की लेट लतीफी की जहां पोल खोल दी है। वहीं आधे-अधूरे नाले के कारण गंदा पानी ओव्हर फ्लो होकर बस्ती के घरो में घुस गया। इसके बाद गुस्साये लोगों ने बस्ती में निरीक्षण करने पहुंचे महापौर को घेरकर अपनी नाराजगी उतार दी। वहीं निगम के नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने करोड़ों रूपये के नाला निर्माण में खुलेआम भ्रष्टाचार होने का गंभीर आरोप लगाया है।

नगर निगम कोरबा में मौजूदा वक्त में कांग्रेस का कब्जा है। यहां राजकिशोर प्रसाद महापौर की कुर्सी पर विराजमान है। लेकिन जिस वार्ड से महापौर पार्षद है, उसी वार्ड की जनता उनसे खासी नाराज नजर आ रही है। जीं हां वार्ड क्रमांक 14 से पार्षद और महापौर राजकिशोर प्रसाद आज मैग्जीन भाठा में स्थानीय लोगों की समस्या जानने के साथ ही निगम के निर्माण कार्यो का निरीक्षण करने पहुंचे थे। महापौर राजकिशोर प्रसाद के बस्ती में पहुंचते ही महिलाओं ने महापौर को घेरकर समस्यांए गिनानी शुरू कर दी। इसके बाद बस्ती में पिछले 8 महीने से बनाये जा रहे नाले के आधे-अधूरे कार्य पर जमकर नाराजगी जताते हुए खरी-खोटी सुना दी। आपको बता दे कि दो दिन पहले कोरबा में हुई तेज बारिश के बाद उक्त निर्माणाधीन नाले से पानी का निकासी नही होने पर सारा गंदा पानी बस्ती के घरों मे घुस गया था।

जिसे लेकर नाराज बस्ती के लोगों ने महापौर पर जमकर नाराजगी व्यक्त की। उधर बस्ती के निरीक्षण पर महापौर के पहुंचने की जानकारी मिलते ही निगम के नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल भी मौके पर पहुंच गये और उन्होने करोड़ों रूपये के इस निर्माण कार्य पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाया गया। नेता प्रतिपक्ष हितानंद ने आरोप लगाया कि 6 अक्टूबर 2023 को उक्त नाले के निर्माण कार्य का कार्यादेश जारी किया गया था। कार्यादेश जारी होने के 4 महीने के भीतर एक किलोमीटर लंबे इस नाले के कार्य को पूरा कर लिया जाना था। लेकिन आज 8 महीने बाद भी नाले का निर्माण कार्य अधूरा होने के साथ ही गुणवत्ताहीन और तकनीकि नियमों को दरकिनार कर नाले का निर्माण कार्य किया जा रहा है।

जिसका खामियाजा आज बस्ती के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं निगम के नेता प्रतिपक्ष के इन आरोपों को महापौर राजकिशोर प्रसाद ने बेबुनियाद बताया है। महापौर ने कहा कि उनकी सरकार है, चाहे तो जांच करवा ले। वहीं निर्माण कार्य में हो रही लेट लतीफी पर ठेका कंपनी को नोटिस जारी करने की बात महापौर ने कही है। गौरतलब है कि अगले 15 दिनों में मानसून की झड़ी लग जायेगी। ऐसे में एक ओर जहां आगामी 15 दिनों में नाला का काम पूर्ण हो पाना नामुमकिन है। वहीं दूसरी तरफ आधे अधूरे नाले के कारण बस्ती के घरों में गंदा पानी भरने का खतरा एक बार फिर मंडरा रहा है। ऐसे में आने वाले वक्त में जहां महापौर को अपने ही वार्ड के लोगों की नाराजगी एक बार फिर झेलनी पड़ सकती है, वही साल के अंत में होने वाले नगर निगम चुनाव में इसका नुकसान कांग्रेस को हो सकता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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