अतिशेष शिक्षकों को दावा आपत्ति का समय क्यों नहीं? हजारों शिक्षक की पोस्टिंग बिना दावा आपत्ति के, संजय शर्मा बोले, अतिशेष घोषित करने की यह प्रक्रिया दूषित

रायपुर 30 मई 2025। शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ के प्रदेश संचालक संजय शर्मा ने कहा है कि प्रदेश के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में बड़ी कमी है। प्रदेश के प्राथमिक शाला व पूर्व माध्यमिक शाला में एक-एक पद घटाया जा रहा हैं, युक्तियुक्तकरण नीति के तहत छात्रों की संख्या के आधार पर वरिष्ठ शिक्षकों का चिन्हांकन किया जा रहा है लेकिन अतिशेष घोषित शिक्षकों को दावा-आपत्ति करने के अवसर दिए बिना ही जारी कैलेंडर के अनुसार पोस्टिंग करने की तैयारी है।

संजय शर्मा ने इस पर गंभीर आपत्ति दर्ज करते हुए कहां है कि यह सीधी भर्ती या पदोन्नति की प्रक्रिया नहीं है बल्कि यह शाला में कार्यरत शिक्षक संवर्ग का मामला है जिसमें कई तथ्यों के आधार पर कार्यालय की त्रुटि व शिक्षकों की दी गई जानकारी के आधार पर त्रुटियां संभावित है लेकिन इस पूरी प्रक्रिया में प्रभावित शिक्षक जो अतिशेष घोषित किये जा रहे हैं उनके लिए दावा- आपत्ति का कोई समय निर्धारित नहीं है और उनके दावा-आपत्ति व उनके पक्ष को विकासखंड शिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी एवं अन्य कार्यालय कर्मचारियों के द्वारा सुना भी नहीं जा रहा है।

युक्तियुक्तकरण से प्रभावित अतिशेष शिक्षको को अपना पक्ष रखने का अधिकार है इससे वह संतुष्ट भी होते है साथ ही साथ कई शिक्षको का पक्ष सही होने के कारण वह अतिशेष होने से बच सकते हैं, ऐसे में शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए कैलेंडर में संशोधन करते हुए अतिशेष शिक्षकों के लिए दावा आपत्ति हेतु एक सप्ताह का समय दिया जावे।

किसी भी शाला में वर्षों से सेवारत शिक्षकों को अतिशेष घोषित करके अन्य शाला में भेजने के पहले उनके दावा-आपत्ति पर विचार किया जाना आवश्यक है, दिए गए कैलेंडर में 28 मई को सूची के परीक्षण किए जाने पश्चात 4 जून को सीधी पोस्टिंग किए जाने का उल्लेख है।

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