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हाईकोर्ट का बड़ा फैसला…. इंग्लिश मीडियम आत्मानंद कॉलेज में हिंदी में होगी पढ़ाई और परीक्षा… छात्रों ने दायर की थी याचिका..

बिलासपुर 21 दिसंबर 2022। ई राघवेंद्र राव स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अंग्रेजी माध्यम से अध्यापन कराने के उच्च शिक्षा विभाग के आदेश को निरस्त करते हुए हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने छात्रों को हिंदी में पढ़ाने और परीक्षा लेने का निर्देश दिया है। मौजूदा शिक्षा सत्र में इस कॉलेज में 775 छात्रों ने दाखिला लिया था। 29 अगस्त को उच्च शिक्षा विभाग ने एक बैठक के बाद आदेश जारी किया कि इस विद्यालय में अगले सत्र 2023-24 में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट महाविद्यालय का दर्जा दिया जाएगा और पढ़ाई का माध्यम अंग्रेजी में कर दिया जाएगा। इसके बाद अचानक कॉलेज प्रबंधन ने आदेश दिया कि अंग्रेजी माध्यम से वर्तमान सत्र में ही पढ़ाई शुरू की जाएगी, जबकि छात्रों ने हिंदी माध्यम से पढ़ाई कर हिंदी में पढ़ने के लिए कॉलेज में प्रवेश लिया था।

प्रवेश लेने के बाद अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई करने की बाध्यता से वो चिंतित हो उठे। इधर, छात्र संगठनों ने इनके खिलाफ आंदोलन किया, लेकिन कॉलेज प्रबंधन ने अपना फैसला नहीं बदला। इस पर छात्र मुकेश साहू और छात्रा भूमिका चंद्रा ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिकाकर्ताओं ने कहा कि 29 अगस्त से के आदेश में सत्र 2024 से अंग्रेजी माध्यम में अंग्रेजी अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई का आदेश आयुक्त ने दिया है। इसके विपरीत इसी सत्र से अंग्रेजी में पढ़ाई शुरू कर दी गई। कॉलेज में हिंदी माध्यम से पढ़ने के लिए छात्रों ने प्रवेश लिया था।

अचानक अंग्रेजी में पढ़ाई कराने और परीक्षा लेने से उनका कैरियर बर्बाद हो जाएगा। छत्तीसगढ़ विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 में कहा गया है कि राज्य और केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है हिंदी माध्यम को बढ़ावा दें। इसका उल्लंघन किया जा रहा है। इसके अलावा संविधान के अनुच्छेद की भी अवहेलना की जा रही है। उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जवाब मिलने के बाद हाईकोर्ट की जस्टिस गौतम भादुड़ी की डिवीजन बेंच ने आदेश दिया कि छात्रों को हिंदी माध्यम में ही पढ़ाया जाये और हिंदी में ही उनको परीक्षा आयोजित करायी जाये।

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