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CG NEWS : जब चलती ट्रेन में गोलीकांड का शातिर बदमाश और ASP हो गये आमने-सामने, पुलिस टीम एक आरोपी के साथ छूट गयी थी स्टेशन पर, तब ASP ने किया…..

बिलासपुर 11 अक्टूबर 2022। बिलासपुर जिला में गोलीकांड की वारदात के बाद फरार हुए शातिर बदमाशों को पुलिस ने फिल्मी स्टाईल में ट्रेन से भागने हुए पकड़ने में सफलता हासिल की हैं। बताया जा रहा हैं कि वारदात में शामिल दो आरोपियों में एक को पुलिस टीम ने उसलापुर स्टेशन में ही दबोच लिया था। लेकिन दूसरे आरोपी को पकड़ने से पहले ट्रेन खुल गयी और उसमें एएसपी राहुल देव अकेले पड़ गये। इस दौरान चलती ट्रेन में एएसपी ने अकेले ही मुसाफिरों की जांच करने लगे और एकाएक गोलीकांड का आरोपी और एएसपी आमने सामने हो गये। आरोपी कुछ कर पाता उससे पहले ही एएसपी ने बहादुरी के साथ आरोपी को पकड़ने के बाद एक मुसाफिर से गम्छा लेकर ट्रेन की खिड़की से बांध दिया।

गौरतलब हैं कि पचपेड़ी क्षेत्र के मानिकचौरी निवासी मंगतूराम अजय के 17 वर्षीय बेटे अनीश अजय की रविवार की रात गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। घटना का कारण गुटखा का पैसा मांगने पर आरोपियों ने पिस्टल से अनीश अजय पर गोली दागकर फरार हो गये थे। घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने गोलीकांड की वारदात में शामिल भूपेंद्र पोर्ते और नंदू उर्फ नंदकिशोर साहू की पहचान कर उनकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। एसएसपी पारूल माथुर ने पुलिस टीम गठित कर आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी का निर्देश दिया गया था। आरोपियों की पतासाजी में जुटी पुलिस को पता चला दोनों आरोपी बलौदाबाजार तरफ भागे हैं, तब पुलिस की अलग-अलग टीम उनकी तलाश में जुट गई।

जांच के दौरान पता चला कि दोनों आरोपियों का एक दोस्त है, जो पचपेड़ी क्षेत्र में पहले उनके साथ देखा गया था और वह बलौदाबाजार के रसेड़ा का रहने वाला है। जानकारी मिलते ही टीम ने देर शाम उनके दोस्त वीर सिंह को उठा लिया। उसके पास से वारदात में उपयोग की गई बाइक और पिस्टल को पुलिस ने जब्त किया गया। वीर सिंह से पूछताछ मे पुलिस को पता चला कि दोनों आरोपी सारनाथ एक्सप्रेस से यूपी भागने की फिराक में हैं। जब तक पुलिस उनके दोस्त वीर सिंह को पकड़ा और फरार आरोपियों की जानकारी जुटाई, तब तक काफी देर हो गई थी। दोनों आरोपी भाटापारा स्टेशन में सारनाथ एक्सप्रेस में चढ़कर निकल गए थे।

इधर पुलिस को जैसे ही पता चला कि दोनों आरोपी सारनाथ एक्सप्रेस से भाग रहे हैं, तब उन्होंने तत्काल घटना की जानकारी एसएसपी पारुल माथुर को दी। इसके बाद एसएसपी पारूल माथुर के निर्देश पर फौरन पुलिस की दो टीम बिलासपुर और उसलापुर स्टेशन में तैनात किया गया। बिलासपुर स्टेशन में आरोपियों के नही मिलने पर, पुलिस निराश हो गई थी। लेकिन उसलापुर में एएसपी राहुल देव के नेतृत्व मे पुलिस टीम ने एक बार फिर ट्रेन में सघन जांच करना शुरू किया और कुछ देर में ही वारदात में शामिल नंदू साहू को गिरफ्तार कर लिया गया। एक आरोपी के पकड़े जाने के बाद पूरी पुलिस स्टेशन में ही इकटठा हो गयी, तब तक ट्रेन खुल गयी और ट्रेन के जनरल डिब्बे में दूसरे आरोपी की तलाश कर रहे एएसपीं राहुल देव अकेले रह गये।

चलती ट्रेन में एएसपी राहुल देव ने दूसरे आरोपी भूपेद्र की तस्वीर दिखाकर उसकी तलाश कर ही रहे थे, तभी उनका सामना आरोपी से हो गया। गोलीकांड का आरोपी भूपेंद्र भागने की कोशिश करता, उससे पहले ही राहुल देव ने उसे धर दबोचा और मुसाफिर से गम्छा लेकर सबसे पहले उसके हाथों को ट्रेन की खिड़की से बांधा गया। दूसरे आरोपी के पकड़े जाने के बाद एएसपी ने तत्काल इसकी जानकारी पुलिस टीम को दी गयी। इसके बाद पुलिस टीम कोटा रेल्वे स्टेशन पहुची, जहां दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर थाने लाया गया। पुलिस ने गोलीकांड की इस वारदात के दोनों मुख्य आरोपियों सहित उनके एक साथी को वारदात के 48 घंटे के भीतर पकड़ने में सफलता हासिल की हैं।

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