क्राइमहेडलाइन

CG : राजधानी रायपुर में अशोका बिरयानी के बाहर मचा बवाल, होटल के दोनों कर्मचारियों की लाश के साथ बीजेपी विधायक भी धरने पर बैठे

रायपुर 20 अप्रैल 2024। राजधानी रायपुर में अशोका बिरयानी में 2 कर्मचारियों की मौत के बाद बवाल थमने का नाम ही नही ले रहा है। घटना के दूसरे दिन शुक्रवार को भी जमकर प्रदर्शन हुआ। इस बीच इस पूरे घटना को लेकर बवाल उस वक्त हो गया, जब होटल के दोनों कर्मचारियों की लाश लेकर परिजन होटल के सामने विरोध प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान रात 9 बजे के लगभग विधायक मोतीलाल साहू भी प्रदर्शनकारियों का समर्थन करते हुए होटल के सामने धरने पर बैठ गए।

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गौरतलब है कि राजधानी रायपुर के तेलीबांधा थाना क्षेत्र के जीई रोड स्थित अशोका बिरयानी में एक दिन पहले 2 कर्मचारियों की मौत हो गयी थी। होटल के गटर की सफाई करने के दौरान दोनों कर्मचारियों की दम घुटने से मौत हुई थी। पुलिस की जांच में बताया गया कि गटर की सफाई के दौरान कर्मचारी बेहोश हो गए थे। जब वे काफी देर तक बाहर नहीं आए, तब होटल में काम करने वाले दूसरे स्टाफ गटर के पास पहुंचकर उनकी खबर लेनी चाही। आवाज लगाने पर जब कोई जवाब नहीं आया, तब दूसरे कर्मचारियों ने गटर में उतरकर दोनों को बेहोशी के हालत में बाहर निकाला।

आनन फानन में दोनों को तेलीबांधा के निजी हाॅस्पिटल में ले जाया गया था। जहां जांच के बाद डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों में एक 30 साल का नीलकुमार पटेल जो कि जांजगीर जिला का रहने वाला था, वहीं दूसरा 19 साल का डेविड साहू धमतरी के खम्हरिया का रहने वाला था। आपको बता दे कि घटना की जानकारी के बाद जब मीडिया इस खबर को कव्हरेज करने पहुंची थी, तब होटल के स्टाफ द्वारा न्यूज कवरेज के दौरान मीडिया कर्मियों के साथ मारपीट की थी। इस पूरे घटनाक्रम पर पुलिस ने अशोका बिरयानी की 3 महिला स्टाफ समेत 6 आरोपियों के खिलाफ मारपीट और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया था। गिरफ्तार कर आरोपियों को एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया।

जहां से सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया। वहीं शुक्रवार 19 अप्रैल को घटना के दूसरे दिन भी इस मामले को लेकर दिनभर प्रदर्शन चलता रहा। इस मामले में प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि ये मौत घटना नहीं है, बल्कि प्रबंधन ने हत्या की है। मौके पर पुलिस बल की मौजूदगी के बाद भी आक्रोशित लोगों का भीड़ मौके पर जुटा रहा। लिहाजा शाम के वक्त दोनों कर्मचारियों की लाश लेकर परिजन होटल के गेट के बाहर धरने पर बैठ गये। इस बात की जानकारी मिलने के बाद विधायक मोतीलाल साहू मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों का समर्थन करते हुए धरने पर बैठ गये। धरने पर बैठे विधायक मोतीलाल साहू ने कहा कि दोनों को दूसरे कार्यों के लिए रखा गया था। एक इलेक्ट्रिशयन है एक सुपरवाइजर है। बावजूद इसके होटल प्रबंधन ने दोनों स्टाफ को क्यों गटर में उतारा गया, ये जांच का विषय है ?

विधायक ने संदेह व्यक्त करते हुए यहां तक कह दिया कि इस पूरे घटनाक्रम में कहीं ना कहीं इसके पीछे कोई रहस्य है, जिसे छिपाया जा रहा है।  उन्होने कहा कि घटना को 38 घंटे हो गए हैं, मृतक के परिजन यहां बैठे हुए हैं। होटल प्रबंधन ने अब तक बात नहीं कि ये संवेदनहीनता है। ये सामान्य घटना नहीं है, इसके पीछे बड़ी साजिश है जिसकी जांच होनी चाहिए। वहीं दूसरी तरफ दोनों मृतकों के परिजनों ने होटल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होने कहा कि घटना को 24 घंटे से भी ज्यादा का वक्त हो चुका है। लेकिन अभी तक एक भी होटल मैनेजमेंट का व्यक्ति बातचीत करने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि जब तक होटल मैनेजमेंट का कोई जिम्मेदार व्यक्ति बातचीत करने नहीं आएगा। तब तक लाश का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

 

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