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खौफनाक: भाई को बचाने 10 साल की मासूम का कर दिया कत्ल,हत्या के समय बाप ने कहा मैं नही देख पाउंगा, तुम कर दो हत्या….और फिर भाई ने

पीलीभीत 6 दिसंबर 2022। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक मासूम बच्चीं को उसी के पिता और भाईयों ने मिलकर खौफनाक तरीके से हत्या कर दी। बताया जा रहा हैं कि भाई को बचाने और उसके साले को हत्या के मामले में फंसाने के लिए शख्स ने अपनी 10 साल की बेटी की मारने की साजिश अपने भाई और पिता के साथ रची थी। वारदात के वक्त अपनी मासूम बेटी के पेट में खंजर घोपने से पहले पिता का हाथ कांप गया और उसने चाकू अपने भाई के हाथ में देकर सर घुमा लिया। इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा होने के बाद पुलिस भी हैरान हैं।

पूरा घटनाक्रम उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के अमरिया थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव का है। बताया जा रहा हैं कि यहां 10 साल की बच्ची अनम की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। 3 दिसंबर को बच्चीं तड़पती हुई एक खेत में मिली थी। उसके पेट पर गहरा चोट का निशान था और आंतें बाहर थीं। चेहरे और हाथ पर भी चोट के निशान थे। बच्ची ने करीब आधे घंटे तक तड़पने के बाद परिवार की आंखो के सामने ही दम तोड़ दिया था। इस हत्याकांड के बाद बच्चीं के पिता और परिवार ने हत्या का आरोप शकील नाम के रिश्तेदार पर लगाया गया था। लेकिन पुलिस की तफ्तीश में जब मासूम बच्चीं के हत्याकांड की हकीकत सामने आयी, तो सबके होश उड़ गये।पुलिस जांच में इस बात का खुलासा हुआ हैं कि मासूम अनम के पिता अनीस, चाचा शादाब और दादा शहजादे ने रंजिश का बदला लेने के लिए उसकी हत्या की।

अनीस ने अपने भाई शादाब को रेप के आरोप से बचाने के लिए इस हत्याकांड की पूरी साजिश रची। पुलिस ने इस हत्या में शामिल बच्ची के पिता अनीस, उसके 3 भाई शादाब, सलीम, नसीम और दादा शहजादे को गिरफ्तार कर लिया है। 3 दिसबंर की इस वारदात में पुलिस ने आरोपियों को 5 दिसंबर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि साल 2019 मृत बच्चीं अनम के चाचा शादाब को गांव में रहने वाली पास रहने वाली एक लड़की से प्यार हो गया। बात शादी तक पहुंची, तो लड़की का परिवार तैयार नहीं हुआ। परिवार के तैयार नही होने पर शादाब ने उस लड़की के साथ भाग कर शादी कर ली। लड़की पारसी समाज से थी, इसलिए लड़की के भाई शकील ने शादी का जमकर विरोध किया था। इस शादी के बाद से दोनों परिवारों में दुश्मनी हो गई।

इसी बीच शकील की पत्नी के साथ दुष्कर्म के मामले में न्यायालय में तहरीर के आधार पर शादाब के खिलाफ कंप्लेंट केस दर्ज कर लिया गया। इस प्रकरण में हाल ही के दिनों में न्यायालय से वारंट भी जारी किया गया था। वारंट जारी होने के बाद परिवार वाले बेटे को बचाने के लिए परेशान थे। ऐसे में चाचा शादाब और दादा शहजादे 10 साल की मासूम बच्चीं अनम को मारने की साजिश रचने लगे। फिर उसकी हत्या के केस में शकील को फंसाने की तैयारी थी। बस इस घिनौनी वारदात को अंजाम देने के लिए शादाब ने बच्चीं के पिता को भी तैयार कर लिया। बताया जा रहा हैं कि पहले तो बच्चीं के पिता ने इस बात से इंकार कर दिया था। लेकिन बच्चीं के दादा ने बच्चीं की मौत के बाद दोबारा बच्चीं पैदा कर लेने की दलील दी गयी, लेकिन भाई की मौत के बाद परिवार बिखर जाने की बात कहकर उसे भी इस साजिश में शामिल कर लिया।

इसके बाद अनम को मारने का प्लान पिता अनीस, चाचा शादाब और दादा शहजादे ने 1 महीने पहले से ही बनाना शुरू कर दी थी। बच्ची की हत्या का मास्टरमाइंड उसका चाचा शादाब और दादा थे। पुलिस की गिरफ्त में आये आरोपी चाचा शादाब ने बताया कि उन लोगों ने पहले भी बच्चीं की हत्या की कोशिश की थी, लेकिन तब वो बच गई थी। इसीलिए इस बार मजबूत प्लान बनाया था। अनम को मेला देखना बहुत पसंद था। बड़े भाई ने इस बार मेले में दुकान लगाई थी। शाम को अनम को मेला जाने के बहाने अपने साथ मेला लेकर पहुंचा। आरोपी ने बताया कि उसे मालूम था कि वो भतीजी का कत्ल करने वाले है, इसलिए उसकी पसंद की हर चीज उसको खिलाई, झूला भी झुलाया। वो कुछ खिलौने भी लेने के लिए बोल रही थी, लेकिन वो मैंने उसको नहीं दिलाए। मुझे पता था ये खिलौने वो कभी खेल नहीं पाएगी।

इसके बाद मेला घूमते-घूमते उसके पिता के पास पहुंचे। बड़े भाई ने पहले से ही नींद की गोली खरीदकर रखी हुई थी। बच्ची अनम को बिना बेहोश किए मारना मुमकिन नहीं था। साथ ही हम लोगों को उसको मेले से गायब हुआ भी दिखाना था। लिहाजा बच्चीं को उसके पिता के पास छोड़कर घर चला आया और खाना खाने लगा। घर पर भाभी ने पूछा भी अनम कहां है तब उसने भाई के पास होने की बात कह दी। उधर मेले में बच्चीं के पिता ने नींद की गोली मिलाकर जूस पिला दिया। फिर उसे घर की ओर लाने लगे। रास्ते में जब बच्चीं पूरी तरह से बेहोश हो गई, तब उसके पिता ने उसे एक खेत में रखे पुवाल के नीचे छिपा दिया।

उसके बाद वो फिर से दुकान चले गए। इधर घर में अनम के बहुत देर तक वापस नहीं आने पर हम लोगों ने उसके किडनैप होने का नाटक किया। भाई को फोन किया तो, वो भी बोल दिए अनम उनके पास नहीं है। इसके बाद परिवार के लोग मिलकर उसको ढूंढने का नाटक करते रहे। मस्जिद से भी ऐलान करवाया गया।इस बीच आरोपियों ने ने पुलिस को भी जानकारी देने की बात कही। फोन करने का नाटक भी किया। आरोपियों की माने तो बच्चीं अनम को मारने के लिए चाकू पहले से ही घर से कुछ दूरी पर छुपा दिया था। बच्चीं के पिता ने जाकर अनम को बाहर निकालकर देखा तो वह बेहोश ही थी। इसके बाद बच्चीं के चाचा और दादा अनम को पत्थर से मारते हैं।

इसके बाद बच्चीं के कत्ल के लिए खंजर बच्चीं का पिता अपने भाई को दे देता हैं और सिर घुमाते हुए कह देता हैं कि मैं ये नही देख पाउंगा। इसी बीच बच्चीं का चाचा अपने साले को हत्या के मामले में फंसाने के लिए 10 साल की माूसम की हत्या कर देता हैं। मासूम बच्चीं की खौफनाक कत्ल की दांस्तान सुनकर पुलिस के साथ ही परिवार और गांव के लोग सहमें हुए हैं। किसी को यकीन नही हो पा रहा हैं कि पारिवारिक रंजीव में एक पिता ने अपने भाईयों के साथ मिलकर इतनी घिनौनी वारदात को अंजाम दे सकता हैं। फिलहाल पुलिस ने इस वारदात में शामिल बच्चीं के पिता सहित परिवार के 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया हैं।

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