शनिवार के दिन करें शनि देव के यह अचूक उपाय, हर समस्या होगी दूर
23 सितम्बर 2023|शनिदेव किसी भी व्यक्ति के कर्मों के अनुसार उसे फल देते हैं. उनकी दृष्टि से किसी भी तरह नहीं बचा जा सकता है. शनिदेव अच्छे को अच्छा और बुरे को बुरा फल देते हैं. लेकिन जातक अगर शनिवार के दिन शनिदेव से जुड़े कुछ उपाय करें तो उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं. आइए कुछ उपायों के बारे में अभी जान लेते हैं ताकि उनको आजमाकर जीवन को और सुखी बनाया जा सके.
सुखमय दाम्पत्य जीवन
दाम्पत्य जीवन को सुखमय बनाने के लिए शनिवार को भगवान शिव की उपासना करें और शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल में गंगाजल मिलाकर अर्पित करें. भगवान से सुखी दाम्पत्य जीवन का आशीर्वाद मांगें. इस प्रकारर भगवान शिव की उपासना करने से शुभफल प्राप्त होंगे.
नजर दोष
घर की सुख-समृद्धि दूर हो रही है या घर से नजर दोष है तो शनिवार के जिन शीशम के पेड़ की जड़ में सच्चे मन से जल अर्पित करें और पेड़ को नमस्कार करें. घर को लगा नजर दोष दूर हो सकता है और सुख-समृद्धि लोट सकती है.
कोर्ट-कचहरी का मामला
कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामले परेशान कर रहे हैं और इन मामलों से पीछा छुड़ाना चाहते हैं तो शनिवार के दिन थोड़ी-सी उड़द की दाल लें और पीपल के पेड़ के पास जमीन में दबाएं. पीपल के पेड़ को मस्कारकर परेशानी से छुटकारा पाने का आशीर्वाद मांगे. कोर्ट-कचहरी के मामलों से छुटकारा मिल सकता है|
कुत्तों की सेवा
शनिवार का दिन शनि देव को प्रसन्न करने के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन है इस दिन आप काले कुत्ते की सेवा या किसी भी कुत्ते की सेवा कर शनि देव को प्रसन्न कर सकते हैं. कुत्तों की सेवा करने वालों से शनिदेव हमेशा प्रसन्न रहते हैं और ऐसे लोगों पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं.
शनि मंत्र
शनि को प्रसन्न करने के कई उपाय है जिनमें शनि के मंत्रों का खास महत्व है.इन मंत्रों के जाप से जीवन से हर कष्ट का अंत हो जाता है. साथ ही नौकरी और व्यापार पर चल रहे संकट भी दूर होते हैं. आइए जानते हैं शनिदेव से जुड़े कुछ खास मंत्रों के बारे में.
ॐ शं शनिश्चराय नम:
शनि देव महाराज का वैदिक मंत्र
ऊँ शन्नो देवीरभिष्टडआपो भवन्तुपीतये।
कुंडली में शनि की दशा को सही करने के लिए करें ये उपाय
शनि ग्रह शांति के लिए उपाय करना चाहिए. शनि ग्रह शांति के लिए कई उपाय किये जाते हैं. इनमें शनिवार का व्रत, हनुमान जी की आराधना, शनि मंत्र, शनि यंत्र, छायापात्र दान करना प्रमुख उपाय हैं. शनि कर्म भाव का स्वामी है इसलिए शनि के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए हमेशा अच्छे कर्म करने चाहिए.