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केदारनाथ-बदरीनाथ धाम में बिना पंजीकरण श्रद्धालुओं को नहीं मिलेगा प्रवेश, आज से एडवांस बुकिंग कर सकेंगे तीर्थयात्री…

केदारनाथ 20 फरवरी 2023: आगामी चारधाम यात्रा के लिए 21 फरवरी से ऑनलाइन पंजीकरण शुरू किया जाएगा। इसके लिए पर्यटन विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। पहली बार यात्रा शुरू होने से दो माह पहले तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए एडवांस बुकिंग शुरू की जा रही है। इससे बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालु यात्रा का प्लान बनाकर पंजीकरण कर सकते हैं।

केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के लिए मंगलवार 21 फरवरी से श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। सुबह सात बजे से ही वेबसाइट, टोल फ्री नंबर, व्हाट्सअप नंबर पर पंजीकरण शुरू हो जाएंगे। पर्यटन विभाग ने पंजीकरण को लेकर इस बार चार विकल्प दिए हैं। श्रद्धालु वेबसाइट, व्हाट्सअप नंबर, टोल फ्री नंबर के साथ ही मोबाइल एप पर भी पंजीकरण करा सकेंगे।

पर्यटन विभाग की ओर से तय किया गया है कि 21 फरवरी से पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। श्रद्धालु वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करा सकेंगे। व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर पंजीकरण का विकल्प रहेगा। टोल फ्री नंबर 01351364 के साथ मोबाइल एप touristcareuttarakhand को डाउनलोड कर भी पंजीकरण किया जा सकेगा।

अभी पहले चरण में सिर्फ केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के लिए ही पंजीकरण होंगे।

पहले नवरात्र के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने का समय तय होते ही चारों धामों के लिए पूरी संख्या में पंजीकरण शुरू हो जाएंगे। तब तक केदारनाथ धाम में प्रतिदिन नौ हजार ओर बदरीनाथ धाम में 10 हजार श्रद्धालु पंजीकरण करा सकेंगे। चारों धामों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होते ही बदरीनाथ धाम में 18 हजार, केदारनाथ धाम में 15 हजार, गंगोत्री में नौ हजार और यमुनोत्री धाम के लिए 5500 श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन के अनुसार पंजीकरण करा सकेंगे।

चारों धामों में स्थित होटल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने चार धाम यात्रा को लेकर अनिवार्य की गई पंजीकरण की व्यवस्था को समाप्त किए जाने की मांग की। धामों में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित किए जाने का भी विरोध किया। सीएम आवास में सोमवार देर शाम सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात में होटल कारोबारियों ने कहा कि सरकार चार धाम यात्रा को ऑनलाइन पंजीकरण की बाध्यता को समाप्त करे। चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए सीमित संख्या की बाध्यता को समाप्त किया जाए।

ऑनलाइन पंजीकरण के साथ ही आफलाइन पंजीकरण भी पहले की तरह यथावत रखा जाए। चारों धामों में आने वाले श्रदालुओं की सीमित संख्या की बाध्यता समाप्त की जाए। श्री केदारनाथ धाम में फाटा और सोनप्रयाग में आफलाइन पंजीकरण के काउंटर पूर्व की भांति सुचारु की जाए। चार धाम यात्रा पर आने वाले वाहनों को परमिट, फिटनेस, ग्रीन कार्ड से जुड़ी सभी औचारिकताओं को हरिद्वार, ऋषिकेश में ही पूरा कर लिया जाए।

बाकि स्थानों पर वाहनों को रोक कर यात्रियों का अनावश्यक समय न खराब किया जाए। कहा कि सरकार ने 18 जुलाई 2022 से एक हजार से कम के बिलों पर जीएसटी लागू किया है। जो औचित्यापूर्ण नहीं है। इस व्यवस्था को समाप्त किया जाए। चारों धाम पर्वतीय क्षेत्र में स्थित होने के कारण प्रदूषण मुक्त है।

ऐसे में यहां राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जारी किए जाने वाले प्रमाण पत्रों की अनिवार्यता से मुक्त रखा जाए। वार्ता में यमुनोत्री होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सोबन सिंह राणा, उत्तरकाशी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा, केदारनाथ होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम गोस्वामी, यमुनाघाटी होटल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष संदीप राणा, बद्रीनाथ होटल एसोसिएशन से राजेश मेहता, आमोद पंवार मौजूद रहे।

चार धाम यात्रा तैयारियों की सीएम पुष्कर धामी मंगलवार को समीक्षा करेंगे। इस बैठक में होटल एसोसिएशन के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। बैठक में यात्रा तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा। चारों धामों में श्रद्धालुओं के प्रतिदिन दर्शन करने की संख्या को लेकर पर्यटन विभाग की ओर से तैयार किए गए प्रस्ताव पर विधिवत मुहर भी लगेगी।

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